एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र व चुम्बकीय क्षेत्र की दिशाएँ क्रमशः $\hat{ k }$ और $2 \hat{ i }-2 \hat{ j }$ की ओर है। तरंग के चलने की दिशा में इकाई वेक्टर है ?
$\frac{1}{\sqrt{2}}(\hat{ i }+\hat{j})$
$\frac{1}{\sqrt{5}}(\hat{ i }+2 \hat{ j })$
$\frac{1}{\sqrt{5}}(2 \hat{ i }+\hat{ j })$
$\frac{1}{\sqrt{2}}(\hat{j}+\hat{k})$
$X$-अक्ष के अनुदिश चलते हुए प्रकाश का किरण पुँज निम्न विद्युत क्षेत्र द्वारा निरूपित है : $E _{ y }=900 \sin \omega( t - X / c )$ । एक आवेश $q$ जो कि $Y$-अक्ष के अनुदिश $3 \times 10^7\,ms ^{-1}$ की चाल से चल रहा है, इस आवेश पर लगने वाले विद्युत बल एवं चुम्बकीय बल का अनुपात होगा :[प्रकाश की चाल $=3 \times 10^8\,ms ^{-1}$ ]
किसी विध्युत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र दिया गया है
$B = B _{0} \cos (\omega t- k z ) i + B _{1} \cos (\omega t - kz ) j$
जहाँ $B _{0}=3 \times 10^{-5} T$ तथा $B _{1}=2 \times 10^{-6} T .$
बल का $rms$ मान, जो स्थिर आवेश $Q =10^{-4} C$
द्वारा $z =0$ पर अनुभव किया जाता है, होगा
एक विद्युत बल्ब पर $200\,W$ अंकित है। $4\,m$ दूरी पर बल्ब से आने वाले विकिरण के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र का अधिकतम मान $....... \times 10^{-8}\,T$ होगा। बल्ब को एक बिन्दु स्त्रोत मानिए जिसकी दक्षता $3.5 \%$ है।
$50\, Wm ^{-2}$ तीव्रता की एक विधुत चुम्बकीय तरंग ' $n$ ' अपवर्तनांक के एक माध्यम में बिना किसी क्षय के प्रवेश करती है। तरंग के माध्यम में प्रवेश करने के पूर्व तथा पश्चात् विधुत क्षेत्रों का अनुपात तथा चुम्बकीय क्षेत्रों का अनुपात क्रमशः होंगे?
$x$-दिशा में संचरित एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया गया है
$\mathrm{E}_{\mathrm{y}}=\left(200 \mathrm{Vm}^{-1}\right) \sin \left[1.5 \times 10^7 \mathrm{t}-0.05 \mathrm{x}\right] \text {; }$ तरंग की तीव्रता है :
(दिया है $\epsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 \mathrm{~N}^{-1} \mathrm{~m}^{-2}$ )