निर्वात में एक $1\, \mu C$ आवेश के एक कण $A$ को बिन्दु $P$ पर दृढ़ रखा है। उसी आवेश तथा $4 \,\mu g$ द्रव्यमान के दूसरे कण $B$ को $P$ से $1\, mm$ दूरी पर रखा है। $B$ को छोड़ने पर $P$ से $9\, mm$ दूरी पर उसकी गति का मान होगा? $\left[\right.$ दिया है $\left.\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9}\, Nm ^{2} C ^{-2}\right]$
$1.5\times 10^2\,m/s$
$2.0\times 10^3\,m/s$
$1.0\,m/s$
इनमें से कोई नहीं
एक $\alpha$-कण एवं एक प्रोट्रोन, समान विभवान्तर के द्वारा विश्रामावस्था से त्वरित किए जाते हैं। इन दोनों कणों के द्वारा प्राप्त किए गए रेखीय संवेगों का अनुपात है:
निम्न में से कौनसा सही है
हाइड्रोजन आयन और हीलियम के एकल आयनित परमाणु को स्थिर अवस्था से समान विभवान्तर लगाकर त्वरित करा जाता है। ऐसी अवस्था में हाइड्रोजन आयनों की अन्तिम गति और हीलियम आयनों की अन्तिम गतियों का अनुपात निम्न में से किसके निकटतम होगा ?
इस प्रश्न में दो कथन हैं, कथन$-1$ तथा कथन$-2$। इन कथनों के बाद दिये गये चार विकल्पों में से उस विकल्प का चयन कीजिए जो इन प्रकथनों का सर्वोत्तम वर्णन करता है।
कथन$-1 :$ बिन्दु $P$ से, बिन्दु $Q$, तक एक आवेशित कण की गति से, कण पर एक स्थिर विद्युत क्षेत्र द्वारा परिणामी किया गया कार्य, बिन्दु $P$ से बिन्दु $Q$ तक जोड़े जाने वाले पथ से स्वतंत्र है।
कथन$-2 :$ एक संरक्षी बल द्वारा एक पिण्ड पर, एक बन्द लूप में गति करने से किया गया परिणामी कार्य शून्य है।
$m$ द्रव्यमान और $q$ आवेश वाले दो एक-समान कणों को काफी दूर से प्रारंभिक गति $v$ से एक दूसरे की तरफ फेका गया। इन आवेशों की निकटतम दूरी (closest approach) क्या होगी ?