माना $\mathrm{O}$ मूलबिन्दु है तथा $\mathrm{OP}$ और $\mathrm{OQ}$ वृत्त $x^2+y^2-6 x+4 y+8=0$ के बिन्दुओं $P$ तथा $Q$ पर स्पर्श रेखाएं हैं। यदि त्रिभुज $\mathrm{OPQ}$ का परिवृत्त, बिन्दु $\left(\alpha, \frac{1}{2}\right)$ से होकर जाती है, तो $\alpha$ का एक मान है
$\frac{3}{2}$
$\frac{5}{2}$
$1$
$-\frac{1}{2}$
रेखा $(x - a)\cos \alpha + (y - b)$ $\sin \alpha = r$, वृत्त ${(x - a)^2} + {(y - b)^2} = {r^2}$ की एक स्पर्श रेखा होगी
माना $C$ एक वृत्त है जिसका केंद्र $(1,1)$ पर है तथा त्रिज्या $=1$ है। यदि $T$ केंद्र $(0, y)$ वाला वृत्त है जो मूल बिंदु से हो कर जाता है तथा वृत्त $C$ को बाह्य रूप से स्पर्श करता है, तो $T$ की त्रिज्या बराबर है:
रेखा $x + 2y = 3$ के समान्तर, वृत्त ${x^2} + {y^2} - 2x = 0$ के अभिलम्ब का समीकरण है
उस बिन्दु के निर्देशांक जिससे वृत्तों ${x^2} + {y^2} = 1$, ${x^2} + {y^2} + 8x + 15 = 0$ व ${x^2} + {y^2} + 10y + 24 = 0$ पर खींची गयी स्पर्श रेखाओं की लम्बाइयाँ बराबर हैं, है
माना वत्त $x ^{2}+ y ^{2}=25$ के बिंदु $R (3,4)$ पर स्पर्श रेखा $x$-अक्ष तथा $y$-अक्ष को क्रमशः बिंदुओं $P$ तथा $Q$ पर मिलती है। यदि मूलबिंदु $O$ से होकर जाने वाले वत्त, जिसका केन्द्र त्रिभुज $OPQ$ का अंतः केन्द्र है, की त्रिज्या $r$ है, तो $r^{2}$ बराबर है