एक माध्यम में विध्यूत चुम्बकीय तरंग का वैध्यूत क्षेत्री भाग निम्न प्रकार सूचित है
$E_x=0, E_y=2.5$ $\frac{N}{C}\, cos\,\left[ {\left( {2\pi \;\times\;{{10}^6}\;\frac{{rad}}{s}\;\;} \right)t - \left( {\pi \;\times\;{{10}^{ - 2}}\;\frac{{rad}}{m}} \right)x} \right]$,और $ E_z=0$ . यह तरंग
$x$ दिशा में $10^{6} \,Hz$ आवृत्ति से चल रही है और इसका तरंगदैर्ध्य $100\, m$ है।
$x$ दिशा में $10^{6}\, Hz$ आवृत्ति से चल रही है और इसका तरंगदैर्ध्य $200\,m$ है।
$- x$ दिशा में $10^{6} \,Hz$ आवृत्ति से चल रही है और इसका तरंगदैर्ध्य $200\, m$ है।
$y$ दिशा में $2 \pi \times 10^{6} \,Hz$ आवृत्ति से चल रही है और इसका तरंगदैर्ध्य $200\, m$ है।
किसी विधुत चुम्बकीय तरंग के विधुत क्षेत्र सदिश और चुम्बकीय क्षेत्र सदिश क्रमशः $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i }$ और $\overrightarrow{ B }$ $= B _{0} \hat{ k }$ हैं। इस विधुत चुम्बकीय तरंग की संचरण दिशा होगी।
सूर्य की सतह पर विकिरण की माध्य तीव्रता लगभग $10^{8} \,W / m ^{2}$ होती है। संगत चुम्बकीय क्षेत्र का वर्ग माध्यमूल मान लगभग होगा?
कल्पना कीजिए कि एक वैध्युतचुंबकीय तरंग के विध्युत क्षेत्र का आयाम $E_{o}=120 N / C$ है तथा इसकी आवृत्ति $v=50.0 \,MHz$ है। $(a)$ $B_{0}, \omega, k$ तथा $\lambda$ ज्ञात कीजिए, $(b)$ $E$ तथा $B$ के लिए व्यंजक प्राप्त कीजिए।
एक एन्टीना एक परावैद्युत माध्यम जिसका परावैद्युत नियतांक $6.25$ है, में स्थित है। यदि एन्टीने का अधिकतम आकार $5.0 mm$ है यह न्यूनतम आवृति $GHz$ का विकिरण उत्पन्न कर सकता है। ( $\mu_{ r }=1$ परावैद्युत माध्यम के लिये)
$1000\, W$ के बल्ब द्वारा उत्त्सर्जित कोई विकिरण $2\, m$ दूरी पर स्थित किसी बिन्दु $P$ पर कोई विधुत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र उत्पत्र करता है। इस बल्ब की दक्षता $1.25\, \%$ है। बिन्दु $P$ पर शिखर विधुत क्षेत्र का मान $x \times 10^{-1} \,V / m$ है तो $x$ का मान $......$ होगा।
$\left[\varepsilon_{0}=8.85 \times 10^{-12}\, C ^{2} \,N ^{-1}\, m ^{-2}\right.$ और $c =3 \times 10^{8} \,ms ^{-1}$ लीजिए ।] (निकटतम संभावित पूर्णांक तक)