दण्ड चुम्बक की चुम्बकीय बल रेखाएँ एक-दूसरे को नहीं काटतीं क्योंकि

  • A

    एक बिन्दु पर सदैव एक कुल चुम्बकीय क्षेत्र होता है

  • B

    रेखाओं पर समान आवेश होते हैं, अत: वे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करती हैं

  • C

    ये रेखायँ एक ही बिन्दु से अपसारित होती हैं

  • D

    रेखाएँ एक-दूसरे को काटें, इसके लिए चुम्बकीय लेन्सों की आवश्यकता होती है

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किसी चुम्बक को लौह-चूर्ण में रखकर उठाया जाता है तो अधिकतम चूर्ण रहता है

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