$\gamma = 1.4$ वाली गैस के एक मोल को रुद्धोष्म रूप से संपीडित किया जाता है। जिससे उसका ताप $27°C$ से $35°C$ तक बढ़ जाता है। गैस की आन्तरिक ऊर्जा में ....... $J$ परिवर्तन होगा $(R = 8.3\,J/mol.K)$
$-166 $
$166 $
$-168 $
$168 $
समान प्रारम्भिक अवस्था से एक आदर्श गैस तीन अलग-अलग प्रक्रमो द्वारा $V _1$ से $V _2$ आयतन तक प्रसारित होती है। यदि प्रक्रम समतापी है, तो गैस द्वारा किया गया कार्य $W _1$ है तथा यदि प्रक्रम रुद्धोप्म है तो कार्य $W _2$ और यदि समदाबी है तो किया गया कार्य $W _3$ है तो सही कथन चुनिये।
एक द्विपरमाणुक गैस $(\gamma=1.4)$ के किसी द्रव्यमान का दाब $2$ वायुमंडलीय दाब के बराबर है। इसको रूधोषम अवस्था में इतना संपीडित किया जाता है कि उसका ताप $27^{\circ} C$ से $927^{\circ} C$ हो जाता है। अंतिम अवस्था में गैस का दाब............. वायुमंडल है
एक टायर में वायु ${27^o}C$ ताप एवं $2$ वायुमण्डलीय दाब पर भरी हुई है। यह अचानक फटता है, तब वायु का ताप ..... $^oC$ होगा $(\gamma = 1.5)$
सामान्य ताप तथा दाब पर हाइड्रोजन गैस $(\gamma = 1.4)$ की रुद्धोष्म प्रत्यास्थता होगी
किसी रूद्धोष्म प्रक्रम में एक गैस का दाब उसके ताप के घन (क्यूब) के समानुपाती पाया जाता है, तो इस गैस के $\frac{C_{p}}{C_{v}}$ का अनुपात है