चित्रानुसार, बिन्दु आवेश $q$ धनात्मक $X - $अक्ष की दिशा के समान्तर एकसमान विद्युत क्षेत्र में $P$ से $S$ की दिशा में $PQRS$ के अनुदिश गति करता है।$P,\,Q,\,R$ व $S$ के निर्देशांक क्रमश: $(a,\,b,\,0),\;(2a,\,0,\,0),\;(a,\, - b,\,0)$ व $(0,\,0,\,0)$ हैं। क्षेत्र द्वारा उपरोक्त प्रक्रिया में किया गया कार्य है
$qEa$
$ - qEa$
$qEa\sqrt 2 $
$qE\sqrt {[{{(2a)}^2} + {b^2}]} $
दो समान आवेशित कण जिनमें से प्रत्येक का द्रव्यमान $10\,g$ तथा आवेश $2.0 \times 10^{-7}\,C$ कूलाम है, एक क्षैतिज मेज पर $L$ दूरी पर सीमित संतुलन की स्तिथि में स्थित है। यदि प्रत्येक कण और मेज के मध्य घर्षण गुणांक $0.25$ है तो $L$ का मान $........$ $\left[ g =10\,ms ^{-2}\right]$
दो समान आवेश $Q$ परस्पर कुछ दूरी पर रखे हैं इनको मिलाने वाली रेखा के केन्द्र पर $q$ आवेश रखा गया है। तीनों आवेशों का निकाय सन्तुलन में होगा यदि $q$ का मान हो
दो एकसमान धात्विक गोले $A$ और $B$ जब हवा में एक निश्चित दूरी पर रखे जाते है तो एक-दूसरे को $F$ बल से प्रतिकर्षित करते हैं। एक और समरूप अनावेशित गोला $C$, पहले $A$ के सम्पर्क में, फिर $B$ के सम्पर्क में और अंत में $A$ और $B$ के मध्य बिन्दू पर रखा जाता है। गोले $C$ द्वारा अनुभव किया बल होगा :
सरकंडे ( पिथ) की दो बॉलों (गोलियों) पर समान (बराबर) आवेश है। इन्हें समान लम्बाई की डोरियों (धागे) से एक बिन्दु से लटकाया गया है। संतुलन की अवस्था में इनके बीच की दूसरी $r$ है। दोनों डोरियों को उनकी आधी लम्बाई पर कस कर बाँध दिया जाता है। अब संतुलन की स्थिति में दोनों बॉलों के बीच की दूरी होगा: $V$
दो आवेश जो एक-दूसरे से $0.06m$ की दूरी पर रखे हैं। इनके बीच लगने वाला बल $5N$ है यदि प्रत्येक आवेश दूसरे आवेश की ओर $0.01m$ खिसक जाये तो अब इन दोनों के मध्य कितना.........$N$ बल लगेगा