$\mathrm{y}$-अक्ष के अनुदिश संचरित एक विधुत चुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र का आयाम $6.0 \times 10^{-7} \mathrm{~T}$ है। विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र का अधिकतम मान है :
$5 \times 10^{14}\,Vm ^{-1}$
$180\,Vm ^{-1}$
$2 \times 10^{15}\,Vm ^{-1}$
$6.0 \times 10^{-7}\,Vm ^{-1}$
समय $t =0$ पर मुक्ताकाश में किसी समतल ध्रुवित विधुत चुम्बकीय तरंग का विधुत क्षेत्र निम्न व्यंजक द्वारा दिया जाता है :-
$\overrightarrow{ E }( x , y )=10 \hat{ j } \cos [(6 x +8 z )]$ चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }( x , z , t )$ है : ( $c$ प्रकाश का वेग है)
$0.5\,\,W/{m^2}$ तीव्रता के विकिरण किसी धात्विक प्लेट पर आपतित होते है। प्लेट पर आरोपित दाब होगा
एक समान समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की विद्युत क्षेत्र तीव्रता $E =-301.6 \sin ( kz -\omega t ) \hat{ a }_{ x }+$ $452.4 \sin ( kz -\omega t ) \hat{ a }_{ y } \frac{ V }{ m }$ है, तो इसी तरंग की चुम्बकीय तीव्रता $H$ का मान $Am ^{-1}$ होगा: [c $=3 \times 10^8 ms ^{-1}$, निर्वात में प्रकाश की चाल एवं निर्वात की पारगम्यता $\left.\mu_0=4 \pi \times 10^{-7} NA ^{-2}\right]$
एक $LC$ अनुनादी परिपथ में $400\, pF$ धारिता का संधारित्र एवं $100\mu H$ का प्रेरकत्व जुड़ा है। यह एक एन्टीना से जुड़ा है एवं कम्पन करता है, तो विकरित विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैध्र्य होगी
नीचे दो कथन दिये गये है-
कथन $I :$ एक समय परिवर्ती विद्युत क्षेत्र, परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र का स्त्रोत है तथा इसका विपरीत भी सत्य है। इस प्रकार विद्युत क्षेत्र या चुम्बकीय क्षेत्र में विक्षोभ विद्युत चुम्बकीय तरंगें उत्पन्न करता है।
कथन $II:$ किसी पदार्थ में विद्युत चुम्बकीय तरंग चाल $v =\frac{1}{\sqrt{\mu_0 \varepsilon_0}}$ से गति करती है।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।