एक समानान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $2\,\mu \,F$ है तथा प्लेटों के बीच की दूरी $0.4\, cm$ है। प्लेटों के बीच की दूरी आधी कर दी जाती है तथा प्लेटों के मध्य $2.8$ परावैद्युतांक का पदार्थ भर दिया जाता है। संधारित्र की अन्तिम धारिता........$\mu \,F$ है
$11.2$
$15.6$
$19.2$
$22.4$
धारिता $15 \mathrm{pF}$ वाले एक समान्तर पट्ट संधारित्र की प्लेटों के मध्य वायु है। प्लेटो के मध्य दूरी आधी कर दी जाती है तथा उनके मध्य रिक्त स्थान को परावैद्युतांक $3.5$ वाले माध्यम से भरा जाता है तो धारिता $\frac{\mathrm{x}}{4} \mathrm{pF}$ हो जाती है। $\mathrm{x}$ का मान ज्ञात कीजिए।
एक समान्तर पट्ट संधारित्र जिसकी प्लेट का क्षेत्रफल $A$ तथा प्लेटो के बीच दूरी $d =2\,m$ है, की धारिता $4\,\mu\,F$ है। यदि उनके मध्य आधे स्थान को चित्रानुसार $K =3$ परावैधुतांक वाले परावैधुत पदार्थ से भर दिया जाये तो निकाय की नई धारिता $..........\mu\,F$ होगी।
एक समान्तर प्लेट संधारित्र की धारिता $C$ है। यदि इसे $K_1$ व $K_2$ परावैद्युत स्थिरांक वाले दो पदार्थों की समान्तर परतों से बराबर-बराबर भरने पर इसकी धारिता $C_1$ हो तेा $C_1$ व $C$ का अनुपात है
जब समान्तर प्लेट संधारित्र किसी बैटरी से जोड़ा जाता है तो प्लेटों के बीच विद्युत क्षेत्र ${E_0}$ है। यदि बैटरी को हटाये बिना, संधारित्र की प्लेटों के मध्य $K$ परावैद्युतांक का पदार्थ भर दिया जाये तो प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र हो जायेगा
एक समांतर पट्न संधारित्र परावैद्युतांक $10$ वाले माध्यम द्वारा भरा जाता है, इसको एक बैटरी से जोड़कर आवेशित किया जाता है। परावैद्युत पट्टिका को परावैद्युतांक $15$ वाले दूसरे पदार्थ द्वारा प्रतिस्थापित कर दिया जाता है तो संधारित्र की ऊर्जा