मरकरी का आयतन प्रसार गुणांक $18 \times 10^{-5}{°C^{-1}}$ है। एक थर्मामीटर के बल्व का आयतन $10^{-6} m^3$ एवं दण्डी का अनुप्रस्थ काट $ 0.004\, cm^2$ है। यह मानते हुए कि बल्ब $0°C$ पर मरकरी से भरा हुआ है, तब मरकरी स्तम्भ की $100°C$ पर लम्बाई होगी
$18.8 \,mm$
$9.2 \,mm$
$7.4 \,cm$
$4.5\, cm$
एक ठोस क्षेत्रीय प्रसार गुणांक $2 \times 10^{-5} {°C^{-1}}$ है। इसका रेखीय प्रसार गुणांक होगा
कोई द्विधात्विक पट्टिका दो धातुओं $A$ तथा $B$ से बनी है। इसे आरेख में दर्शाए अनुसार दढ़तापूर्वक आरोपित किया गया है। धातु $A$ का प्रसार गुणांक धातु $B$ की तुलना में अधिक है। जब इस द्विधात्विक पट्टिका को किसी शीत पात्र में रखा जाता है, तो यह पट्टिका।
एक द्रव को $80°C$ से गर्म करने पर इससे बाहर निकला द्रव शेष द्रव का $(1/100)$वां भाग है। द्रव का आभासी प्रसार गुणांक है
धातु के बने हुए ठोस असमदैशिक घन के रेखीय प्रसार गुणांक इस प्रकार है : $5 \times 10^{-5} /{ }^{\circ} C \,x$-दिशा में तथा $5 \times 10^{-6} /{ }^{\circ} C$, $y$ तथा $z$-दिशाओं में। यदि इसका आयतन प्रसार गुणांक $C \times 10^{-16} /{ }^{\circ} C$ हो, तो $C$ का मान है।
जल $500$ मीटर की ऊँचाई से गिरता है। यदि जल की सम्पूर्ण ऊर्जा जल में ही समाहित रहे तब तली में जल का ताप ............. $^\circ \mathrm{C}$ होगा