एक स्थान पर विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=( Ax + B ) \hat{ i }$ है, जहाँ $E NC ^{-1}$ में तथा $x$ मीटर में है। नियतांकों के मान, $A =20 \,SI$ unit तथा $B =10 \,SI$ unit हैं। यदि $x =1$ पर विभव $V _{1}$ तथा $x =-5$ पर विभव $V _{2}$ है तो $V _{1}- V _{2}$ ......$V$ होगा ।

  • [JEE MAIN 2019]
  • A

    $320$

  • B

    $-48$

  • C

    $-520$

  • D

    $180$

Similar Questions

$N$ एकसमान गोलीय बूँदें जो समान विभव $V$ तक आवेशित है, मिलकर एक बड़ी बूँद बनाती है। नई बूँद का विभव होगा

$R$ त्रिज्या के एक पतले गोलीय अचालक कोश (spherical insulating shell) पर आवेश एकसमान रूप से इस तरह से वितरित है कि इसकी सतह पर विभव $V _0$ है। इसमें एक छोटे क्षेत्रफल $\alpha 4 \pi R ^2(\alpha<<1)$ वाला एक छिद्र बकी कोश को प्रभावित किए क्ति काया जाता है। निम्नलिखित कथनों में से कौनसा सही है?

  • [IIT 2019]

तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं $a , b$ और $c$ (जबकि $a < b < c$ है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार $\sigma,-\sigma$ और $\sigma$ हैं। यदि $V _{ A }, V _{ B }$ और $V _{ C }$ इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो $c = a + b$ होने पर :-

  • [AIPMT 2009]

किसी वर्ग के चार कोनों पर बिन्दु आवेश $-Q,-q, 2 q$ तथा $2 Q$ क्रमशः रखे गये हैं। $Q$ तथा $q$ के बीच क्या संबंध होना चाहिये, ताकि वर्ग के केन्द्र पर विभव शून्य हो जाए :

  • [AIPMT 2012]

एक ठोस चालक गोले का आवेश $Q$ है, इसके चारों और अनावेशित संकेन्द्रीय गोलीय कोश है। ठोस गोले की सतह और खोखले गोलीय कोश की बाह्य सतह के बीच विभवान्तर $V$ है। यदि अब कोश पर आवेश $-3Q$ है, तो दो समान सतहों के बीच विभवान्तर.......$V$ है

  • [IIT 1989]