फोटॉन की ऊर्जा $E = hv$ एवं फोटॉन का संवेग $p = \frac{h}{\lambda }$ है, तो फोटॉन का वेग होगा
$E/p$
$Ep$
${\left( {\frac{E}{p}} \right)^2}$
$3 \times {10^8}m/s$
एक अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में मुक्त रूप से तैर रहा है। उसने अपनी फ्लैश लाइट को रॉकेट की भांति उपयोग में लाने के लिये सोचा। उसने एक निश्चित दिशा में $10\, W$ का प्रकाश पुंज प्रकाशित किया जिससे उसे अंतरिक्ष विपरीत दिशा में संवेग प्राप्त होता है। यदि इस अंतरिक्षयात्री का द्रव्यमान $80\, kg$ है तो उसे $1\, ms^{-1}$ का वेग प्राप्त होने में कितना समय लगेगा
$\lambda = 150\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन और $\lambda = 300\,nm$ तरंगदैध्र्य के संगत फोटॉन की ऊर्जाओं का अनुपात होगा
एक छोटी वस्तु, जो प्रारम्भ में विराम अवस्था में है, प्रकाश की $100 \ ns$ की एक स्पन्द को पूर्णतया अवशोषित करती है। स्पन्द की शक्ति $30 \ mW$ है व प्रकाश की गति $3 \times 10^8 \ ms ^{-1}$ है। वस्तु का अन्तिम संवेग है :
$200 \;W$ का सोडियम स्ट्रीट लैंप तरंगदैर्ध्य $0.6\;\mu m$ के पीले प्रकाश का उत्सर्जन करता है। यह मानते हुए कि यह विद्युत ऊर्जा को प्रकाश में परिवर्तित करने में $25\%$ दक्ष है, प्रति सेकंड उत्सर्जित पीले प्रकाश के फोटॉनों की संख्या है