फोटॉन एवं इलेक्ट्रॉन को समान ऊर्जा $({10^{ - 20}}J)$ दी जाती है। फोटॉन और इलेक्ट्रॉन की संगत तरंगदैध्र्य ${\lambda _{Ph}}$ एवं ${\lambda _{el}}$ हैं तब सही कथन होगा
${\lambda _{Ph}} > {\lambda _{el}}$
${\lambda _{Ph}} < {\lambda _{el}}$
${\lambda _{Ph}} = {\lambda _{el}}$
$\frac{{{\lambda _{el}}}}{{{\lambda _{Ph}}}} = C$
किसी इलेक्ट्रॉन और किसी प्रोटॉन को एक दूसरे से अत्यधिक दूरी द्वारा पथक किया गया है। यह इलेक्ट्रॉन $3\; eV$ ऊर्जा के साथ प्रोटॉन की ओर गमन करना आरम्भ करता है। प्रोटॉन इस इलेक्ट्रॉन का प्रग्रहण कर लेता है और द्वितीय उत्तेजक अवस्था का हाइड्रोजन परमाणु बना लेता है। परिणामी फोटॉन $4000 \;\mathring A$ देहली तरंगदैर्ध्य की किसी प्रकाश सुग्राही धातु पर आपतन करता है। उत्सर्जित फोटोइलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा क्या है ? ($eV$ मे)
$160 \,W$ का एक प्रकाश स्रोत एक समान रूप से $6200 \,\mathring A$ तरंगदैर्ध्य के प्रकाश को चारों और प्रसारित कर रहा है। $1.8 m$ दूरी पर फोटोन अभिवाह (flux) का मान ............ $m ^{-2} s ^{-1}$ होगा? (प्लांक स्थिरांक का मान $\left.6.63 \times 10^{-34} \,J - s \right)$
$450 nm$ तरंगदैध्र्य वाले फोटॉन की ऊर्जा होगी
यदि फोटॉन का वेग $c$ एवं आवृत्ति $v$ हो तो इसकी तरंगदैध्र्य होगी
निम्न में से कौन सा प्रभाव $X$-किरण वर्णक्रम के निरंतर (continuous) भाग के लिए उत्तरदायी है?