किसी त्रिभुज $ABC$ की भुजाओं $AB$ तथा $AC$ के लम्ब समद्विभाजकों के समीकरण क्रमश: $x - y + 5 = 0$ व $x + 2y = 0$ हैं। यदि बिन्दु $A$ $(1,\; - \;2)$ हो, तो रेखा $BC$ का समीकरण है
$23x + 14y - 40 = 0$
$14x - 23y + 40 = 0$
$23x - 14y + 40 = 0$
$14x + 23y - 40 = 0$
किसी त्रिभुज के दो शीर्ष $(5, - 1)$ व $( - 2,3)$ हैं। यदि लम्बकेन्द्र मूल बिन्दु हों, तो तीसरे शीर्ष के निर्देशांक हैं
रेखाओं $x = 0,$ $y = 0,$$x = 1$ व $y = 1$ द्वारा बने वर्ग के विकर्णों के समीकरण हैं
त्रिभुज $A B C$ की भुजा $A B$ तथा $A C$ पर बिंदु $X, Y$ क्रमश: इस प्रकार स्थापित हैं कि रेखाखंड $X Y$ और $B C$ समांतर हैं । निम्नलिखित में से कौन से कथन हमेशा उचित हैं? (यहाँ त्रिभुज $P Q R$ का क्षेत्रफल $[P Q R]$ से निर्देशित किया गया है)
$(I)$ $[B C X]=[B C Y]$
$(II)$ $[A C X] \cdot[A B Y]=[A X Y] \cdot[A B C]$
समान्तर चतुभुज $PQRS$ के विकर्ण सरल रेखाओं $x + 3y = 4$ और $6x - 2y = 7$ के अनुदिश हैं। तब निश्चित रूप से $PQRS$ एक
माना एक त्रिभुज, जिसके शीर्ष $A ( a , 3), B ( b , 5)$ तथा $C ( a , b ), ab > 0$ हैं, का परिकेन्द्र $P (1,1)$ है। यदि रेखा $AP$, रेखा $BC$ के बिन्दु $Q \left( k _1, k _2\right)$ पर काटती है, तो $k _1+ k _2$ बराबर है: