अतिपरवलय जिसकी नाभियाँ $(6, 4)$ तथा $(-4, 4)$ हैं तथा उत्केन्द्रता $2$ हो, का समीकरण है
$12{x^2} - 4{y^2} - 24x + 32y - 127 = 0$
$12{x^2} + 4{y^2} + 24x - 32y - 127 = 0$
$12{x^2} - 4{y^2} - 24x - 32y + 127 = 0$
$12{x^2} - 4{y^2} + 24x + 32y + 127 = 0$
माना $0 < \theta < \frac{\pi}{2}$ है। यदि अतिपरवलय $\frac{x^{2}}{\cos ^{2} \theta}-\frac{y^{2}}{\sin ^{2} \theta}=1$ की उत्केंद्रता $2$ से अधिक है , तो इसके नाभिलंब की लंबाई जिस अंतराल में है, वह है-
वक्र ${x^2} - {y^2} = 1$ की उत्केन्द्रता है
शांकव ${x^2} - 4{y^2} = 1$ की उत्केन्द्रता है
उस अतिपरवलय, जिसकी नाभि दीर्घवृत्त $\frac{{{x^2}}}{{25}} + \frac{{{y^2}}}{9} = 1$ की नाभि के बराबर है, तथा उत्केन्द्रता $2$ है का समीकरण होगा
अतिपरवलय $2{x^2} + 5xy + 2{y^2} + 4x + 5y = 0$ की अनन्तस्पर्शियों का संयुक्त समीकरण है