निम्न आलेख एक रेडियोधर्मी पदार्थ की सक्रीयता के लघुगुणक $(\log R)$ का समय (मिनट में) के साथ परिवर्तन दर्शाता है। क्षय की अर्ध आयु (मिनट में) लगभग होगी
$2.1$
$3.0$
$3.9$
$4.4$
प्रारम्भ में ($t = 0$) पर रेडियोधर्मी तत्व के प्रतिदर्श का द्रव्यमान $10\,gm$ है। दो औसत आयु बाद इस तत्व के प्रतिदर्श का द्रव्यमान लगभग ...........$gm$ होगा
एक गांव को विधुत ऊर्जा प्रदान करने वाले नाभिकीय संयंत्र में एक $T$ वर्ष अर्द्ध-आयु के रेडियोधर्मी पदार्थ को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। प्रारम्भ में ईंधन की मात्रा इतनी है कि गाँव की सम्पूर्ण विधुत शक्ति की आवश्यकताऐं उस समय उपलब्ध विधुत शक्ति की $12.5 \%$ हैं। यदि यह संयंत्र गाँव की सम्पूर्ण ऊर्जा आवयश्यकताओं को अधिकतम $n T$ वर्षो के लिए पूरा कर सकता है। तब $n$ का मान है।
यदि किसी रेडियोएक्टिव परमाणु की अर्द्ध-आयु $2.3$ दिन है तो इसका क्षय नियतांक होगा
एक रेडियोधर्मी तत्व की औसत-आयु के दौरान, विघटित भाग है
${ }_{38}^{90} Sr$ की अर्धायु $28$ वर्ष है। इस समस्थानिक के $15 \,mg$ की विघटन दर क्या है?