रेडियम का अर्द्ध-आयुकाल $1600$ वर्ष है, तो $6400$ वर्षों पश्चात् रेडियम का शेष अंश बचेगा
$\frac{1}{4}$
$\frac{1}{2}$
$\frac{1}{8}$
$\frac{1}{{16}}$
पदार्थ $\mathrm{A}$ की परमाणु द्रव्यमान संख्या 16 एवं इसकी अर्द्धायु $1$ दिन है। एक अन्य पदार्थ $B$ की परमाणु द्रव्यमान संख्या $32$ एवं अर्द्धायु $\frac{1}{2}$ दिन है। यदि $\mathrm{A}$ एवं $\mathrm{B}$ एक ही समय पर एक साथ रेडियोसक्रियता से गुजरना प्रारम्भ करते हैं, जिसमें प्रत्येक का प्रारम्भिक द्रव्यमान $320 \mathrm{~g}$ है तो दो दिन बाद $\mathrm{A}$ और $\mathrm{B}$ के $............\times 10^{24}$ परमाणु संयुक्त रूप से बचेगे?
सूची $I$ (विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम की तरंगदैर्ध्य रेन्ज) को सूची $II$ (इन तरंगों के निर्माण की विधि) से सुमेलित कीजिऐ और सूची के नीचे दिये गये विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए।
सूची $I$ | सूची $II$ |
$(a)$ $700 nm$ से $1\;mm$ | $(i)$ अणुओं एवं परमाणुओं के कम्पन से |
$(b)$ $1 nm$ से $400 \;nm$ | $(ii)$ परमाणुओं के आन्तरिक शैल इलेक्ट्रानों की एक ऊर्जा स्तर से निचले स्तर की गति से |
$(c)$ $ < 10^{-3} \;nm$ | $(iii)$ नाभिक के रेडियो सक्रिय क्षय से |
$(d)$ $1 mm$ से $0.1 \;m$ | $(iv)$ मैग्नेट्राँन वाल्व से |
रेडियम का क्षय नियतांक $\lambda $ है। उचित प्रक्रिया द्वारा इसका योैगिक रेडियम ब्रोमाइड प्राप्त किया जाता है। रेडियम ब्रोमाइड का क्षय नियतांक होगा
किसी रेडियोऐक्टिव पदार्थ की अर्ध-आयु $10$ मिनट है । यदि आरम्भ में नाभिकों की संख्या $600$ है, तो $450$ नाभिकों के विघटित होने में लगने वाला समय (मिनट में) है
$\alpha$ -क्षयित हो रहे किसी रेडियोएक्टिव नमूने की अर्धायु $1.4 \times 10^{17}\, s$ है । यदि इस नमूने में नाभिकों की संख्या $2.0 \times 10^{21}$ है, तो इस नमूने की सक्रियता है, लगभग