रेडियम का अर्द्ध-आयुकाल $1600$ वर्ष है, तो $6400$ वर्षों पश्चात् रेडियम का शेष अंश बचेगा
$\frac{1}{4}$
$\frac{1}{2}$
$\frac{1}{8}$
$\frac{1}{{16}}$
एक रेडियोसक्रिय नाभिक (प्रारंभिक द्रव्यमान संख्या $A$ तथा परमाणु क्रमांक $Z)$ $3 \alpha -$कण और $2$ पॉजिट्रॉन उत्सर्जित करता है। परिणामी नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या का प्रोट्रॉनों की संख्या से अनुपात होगा
एक रेडियोएक्टिव तत्व प्रति सैकण्ड $200$ कण उत्सर्जित करता है। तीन घण्टे के पश्चात् वह $ 25$ कण उत्सर्जित करता है, तो तत्व का अर्द्ध-आयुकाल .........मिनट होगा
निम्न में से कौन सा रेडियोधर्मी पदार्थों द्वारा उनके क्षय के दौरान उत्सर्जित नहीं किया जा सकता है
रेडियोसक्रिय तत्व के एक नमूने की अर्द्ध आयु $1$ घण्टा है। समय $t = 0$ पर इसमें $8 \times {10^{10}}$ परमाणु उपस्थित हैं। $t = 2$ घण्टे से $t = 4$ घण्टे की अवधि मेंं विघटित होने वाले परमाणुओं की संख्या होगी
कॉलम-$I$ में दी गयी नाभिकीय प्रक्रियाओं का कॉलम-$II$ में दिये गये विकल्प/विकल्पों से उचित मिलान कीजिए।
कॉलम $I$ | कॉलम $II$ |
$(A.)$ नाभिकीय संलयन | $(P.)$ ऊप्मीय न्यूट्रॉनों का ${ }_{92}^{235} U$ द्वारा अवशोपण |
$(B.)$नाभिकीय संयंत्र में विखण्डन | $(Q.)$ ${ }_{27}^{60} Co$ नाभिक |
$(C.)$ $\beta$-क्षय | $(R.)$ तारों में हाइड्रोजन का हीलियम में परिवर्तन द्वारा ऊर्जा उत्पादन |
$(D.)$ $\gamma$-किरण उत्सर्जन | $(S.)$ भारी जल |
$(T.)$ न्यूट्रिनों उत्सर्जन |