$1$ क्यूरी निम्न के तुल्य है
$3 \times {10^{10}}$ विघटन/सैकेण्ड
$3.7 \times {10^7}$ विघटन/सैकेण्ड
$5 \times {10^7}$ विघटन/सैकेण्ड
$3.7 \times {10^{10}}$ विघटन/सैकेण्ड
कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ क्षयित होकर $80$ दिन में अपनी प्रारम्भिक एक्टिवता का $\left(\frac{1}{16}\right)$ वाँ भाग रह जाता है। दिनों में व्यक्त किए जाने पर इस रेडियोएक्टिव पदार्थ की अर्धायु है।
एक रेडियोसक्रिय पदार्थ की सक्रियता $9$ वर्ष पश्चात् अपनी प्रारम्भिक सक्रियता ${R_0}$ की एक तिहाई रह जाती है अगले $9$ वर्ष बाद इसकी सक्रियता हो जायेगी
दो रेडियोधर्मीं तत्व $A$ तथा $B$ की अर्द्धआयु क्रमशः $20 \, min$ तथा $40\, min$ हैं। प्रारंभ में दोनों के नमूनों में नाभिकों की संख्या बराबर है। $80 \,min$ के उपरांत $A$ तथा $B$ के क्षय हुए नाभिकों की संख्या का अनुपात होंगा:
ट्राइटियम (अर्द्धआयु $12.3$ वर्ष) के कारण एवं दिये गये मदिरा के नमूने की सक्रियता ताजी खरीदी गई बोतल (अंकित $7$ वर्ष पुरानी) भी सक्रियता की $3\%$ है। यह मदिरा का नमूना लगभग कितने वर्ष पहले बना हुआ है लगभग
एक रेडियोएक्टिव नाभिक दो अलग-अलग प्रक्रियाओं से विघटित होता है। पहली प्रक्रिया की अर्धायु $10 \,s$ है और दूसरी की $100 \,s$ है। उस नाभिक की प्रभावी अर्धायु का निकटतम मान $.....\,s$ है।