$Au ^{198}$ की अर्धयु $2.7$ दिन है। यदि $Au ^{198}$ का आण्विक द्रव्यमान $198 \;g mol ^{-1}$ है, तो $Au ^{198}$ के $150 mg$ की सक्रियता होगी। $\left( N _{ A }=6 \times 10^{23} / mol \right)$
$240$
$357$
$535$
$252$
एक रेडियोंधर्मी पदार्थ की सक्रियता $A$ एवं सक्रियता परिवर्तन की दर $R$ क्रमशः $A=\frac{-d N}{d t}$ तथा $R=\frac{-d A}{d t}$ संबंधों द्वारा परिभापित की जाती है, जहॉ समय $t$ पर नाभिकों की संख्या $N(t)$ है। दो रेडियोंधर्मी स्त्रेत $P$ (औसत आयु $\tau$ ) तथा $Q$ (औसत आयु $2 \tau$ ) की समय $t=0$ पर समान सक्रियता है। उनकी सक्रियता परिवर्तन की दरें समय $t=2 \tau$ पर क्रमशः $R_P$ तथा $R_Q$ है। यदि $\frac{R_P}{R_Q}=\frac{n}{e}$, तब $n$ का मान है।
किसी रेडियोएक्टिव नाभिक का क्षय नियतांक $1.5 \times 10^{-5} \mathrm{~s}^{-1}$ है। पदार्थ का परमाणु भार $60 \mathrm{~g} \mathrm{~mole}^{-1}$ है। $1.0 \mu \mathrm{g}$ पदार्थ की सक्रियता____________$\times 10^{10} \mathrm{~Bq}$ है। $\left(\right.$ यदि $\left.\mathrm{N}_{\mathrm{A}}=6 \times 10^{23}\right)$
एक घोल की थोड़ी सी मात्रा एक व्यक्ति के रक्त में प्रवेश करा दी जाती है, इस घोल में उपस्थित रेडियो नाभिक $Na^{24}$ की सक्रियता $1$ माइक्रोक्यूरी है। $5$ घण्टे बाद व्यक्ति के शरीर से $1\, cm^3$ रक्त नमूने के तौर पर लिया जाता है, जिसकी सक्रियता $298$ विघटन प्रति मिनट है। व्यक्ति के शरीर में उपस्थित कुल रक्त का आयतन ............ लीटर है, माना कि रेडियोसक्रिय घोल रक्त में एक समान रूप से मिश्रित है
($1$ क्यूरी $= 3.7 \times 10^{10}$ विघटन/सैकेण्ड एवं ${e^{ - \lambda t}} = 0.7927;$ यहाँ $\lambda =$ विघटन नियतांक)
तीन रेडियोधर्मी पदार्थो $A , B$ तथा $C$ की सक्रियता को दिये गये चित्र में क्रमश : वक्र $A , B$ तथा $C$ से दिखाया गया है। इन पदार्थो की अर्ध आयुओं का अनुपात, $T _{\frac{1}{2}}( A ): T _{\frac{1}{2}}( B ): T _{\frac{1}{2}}( C )$, होगा :
रेडियोसक्रिय तत्व के एक नमूने की अर्द्ध आयु $1$ घण्टा है। समय $t = 0$ पर इसमें $8 \times {10^{10}}$ परमाणु उपस्थित हैं। $t = 2$ घण्टे से $t = 4$ घण्टे की अवधि मेंं विघटित होने वाले परमाणुओं की संख्या होगी