दो रेडियोधर्मी पदार्थो $A$ तथा $B$ के क्षय नियतांक, क्रमशः $5 \lambda$ तथा $\lambda$ है। $t =0$ पर एक नमूने में इन दो नाभिकों की बराबर संख्या है। नाभिकों की संख्या का अनुपात $\left(\frac{1}{ e }\right)^{2}$ होने में लगे समय का मान होगा।
$1/\lambda $
$1/4\lambda $
$2/\lambda $
$1/2\lambda $
एक रेडियोऐक्टिव पदार्थ से उत्सर्जित बीटा कणों की संख्या उसके द्वारा उत्सर्जित ऐल्फा कणों की संख्या से दोगुनी है। प्राप्त हुआ पुत्री पदार्थ मूल पदार्थ का
सैलूनों में हमेशा एक प्रकार की गंध रहती है, जो अमोनिया जनित रसायनों से बने बाल रंगने एवं अन्य उत्पादों द्वारा उत्पन्न होती है। मान लीजिए कि अमोनिया के अणुओं का प्रारंभिक सांद्रण (concentration) $1000$ अणु प्रति घन मीटर है। वायु संवातन (ventilation) के कारण एक मिनट में जितने अणु सैलून के बाहर जाते हैं, वे उस मिनट के प्रारम्भ में उपस्थित अणुओं की संख्या के दसवे हिस्से के बराबर है। कितने समय बाद सैलून में अमोनिया अणुओं का सांद्रण $1$ अणु प्रति घन मीटर हो जाएगा ?
एक रेडियासक्रिय पदार्थ का अर्द्धआयुकाल $5$ वर्ष है। यदि $x$ वर्षो बाद रेडियोसक्रिय पदार्थ का दिया गया एक नमूना इसके प्रारम्भिक मान का $6.25 \%$ रह जाता है तो $x$ का मान ज्ञात कीजिये।
एक रेडियोधर्मी पदार्थ उत्सर्जित करता है
जब किसी नाभिक की अर्द्ध-आयु $1445$ वर्ष है उस समय इसके विघटन की दर ${10^{17}}$ प्रति सेकण्ड है। नाभिकों की मूल संख्या है