रेडियो सक्रिय तत्व $x$ की अर्ध-आयु दूसरे रेडियोसक्रिय तत्व $y$ के माध्य आयु के बराबर है। प्रारम्भ में उनमें परमाणुओं की संख्या समान हो, तो।
$x , y$ की तुलना में तेजी से विघटित होगा।
$y , x$ की तुलना में तेजी से विघटित होगा।
प्रारम्भ में $x$ तथा $y$ की विघटन दर समान होती है और बाद में विघटन दर भिन्न-भिन्न हो जाती है।
$x$ तथा $y$ सदैव समान दर से विघटित होते हैं।
एक रेडियोएक्टिव समस्थानिक की अर्द्ध-आयु $5$ वर्ष है। इस पदार्थ का वह अंश जो $15$ वर्षो में क्षय होगा, है
एक रेडियोधर्मी पदार्थ की अर्द्धआयु $T$ है, तो $\frac{T}{2}$ समय पश्चात् जो हिस्सा बचेगा, वह है
विघटित परमाणुओं की संख्या $(N)$ एवं रेडियोसक्रिय पदार्थ की सक्रियता के बीच सही ग्राफ है
किसी क्षण पर, किसी रेडियोक्रिय नमूने की विघटन दर $4250$ विघटन प्रति मिनट है। $10$ मिनट बाद, यह दर $2250$ विघटन प्रति मिनट हो जाती है। विघटन नियतांक लगभग $.........min^{-1}$ होगा: $\left(\log _{10} 1.88=0.274\right)$
नीचे दो कथन दिए गए हैं :
कथन $-I$ :
रेडियोऐक्टिव क्षयता का नियम कहता है कि प्रति इकाई समय क्षय होने वाले नाभिकों की संख्या, नमूने के कुल नाभिकों की संख्या के व्युक्कमानुपाती होती है।
कथन $-II$ :
सभी नाभिकों के कुल जीवन काल के योग को, समय $t=0$ पर उपलब्य नाभिकों की संख्या से भाग देने पर रेडियोऐक्टिव पदार्थ की अर्द्धायु प्राप्त होती है।
उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिए गए विकत्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चुनें।