दो भिन्न आवृतियों के प्रकाश जिनके फोटोन की ऊर्जा क्रमशः $3.8\,eV$ तथा $1.4\,eV$ है, इनको एक धात्विक सतह जिसका कार्य फलन $0.6\,eV$ है, पर क्रमागत रूप से गिराया जाता है। दोनों आवृत्तियों के लिये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम चाल का अनुपात होगा -
$1: 1$
$2: 1$
$4: 1$
$1: 4$
$66 eV$ ऊर्जा वाले फोटॉन की आवृत्ति होगी
$1.5 \times {10^{13}}Hz$ आवृत्ति वाले फोटॉन का संवेग होगा
निर्वात में फोटॉन के वेग ओर आवृत्ति के मध्य खींचा गया वक्र
एकवर्णीं $600$ नैनोमीटर तरंगदैर्ध्य वाले प्रकाश से औसतन प्रति सेकण्ड उत्सर्जित फोटानों की संख्या होगी जब वह $3.3 \times 10^{-3}$ वाट शक्ति उत्सर्जित करता है :
$\left(\mathrm{h}=6.6 \times 10^{-34}\right.$ जूल $\times$ से.)
एक इलेक्ट्रॉन और एक फ़ोटॉन प्रत्येक का तरंगदैर्घ्य $1.00\, nm$ है।
$(a)$ इनका संवेग,
$(b)$ फोटॉन की उर्जा, और
$(c)$ इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा ज्ञात कीजिए।