चाँदी (परमाणु संख्या = $47$) के नाभिक की त्रिज्या $3.4 \times {10^{ - 14}}\,m$ है। नाभिक की सतह पर विद्युत विभव होगा $(e = 1.6 \times {10^{ - 19}}\,C)$

  • A

    $1.99 \times {10^6}\,volt$

  • B

    $2.9 \times {10^6}\,volt$

  • C

    $4.99 \times {10^6}\,volt$

  • D

    $0.99 \times {10^6}\,volt$

Similar Questions

तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं $a , b$ और $c$ (जबकि $a < b < c$ है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार $\sigma,-\sigma$ और $\sigma$ हैं। यदि $V _{ A }, V _{ B }$ और $V _{ C }$ इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो $c = a + b$ होने पर :-

  • [AIPMT 2009]

$\sqrt 2 $ मी. भुजा वाले एक वर्ग के शीर्षों पर $ + 10\,\mu C,\; + 5\,\mu C,\; - 3\,\mu C$ तथा $ + 8\,\mu C$ आवेश रखे गये हैं। वर्ग के केन्द्र पर विभव होगा

दो अचालक $R_1$ तथा $R_2$ त्रिज्या वाले गोलों को क्रमशः $+\rho$ तथा $-\rho$ एकसमान आयतन आवेश घनत्व से आवेशित किया गया है। इन गोलों को चित्र में दर्शाए अनुसार इस प्रकार जोड़ कर रखा गया है कि वे आंशिक रूप से अतिछादित है। अतिछादित क्षेत्र के प्रत्येक बिन्दु पर -

$(A)$ स्थिर विधुत क्षेत्र शून्य है।

$(B)$ स्थिर विधुत विभव अचर है।

$(C)$ स्थिर विधुत क्षेत्र का परिमाण अचर है।

$(D)$ स्थिर विधुत क्षेत्र की दिशा एकसमान है।

  • [IIT 2013]

पानी की एक आकार की $27$ बूँदों को एक-सा समान आवेश दिया गया है। यदि उन सबको मिलाकर एक बड़ी बूँद बना दिया तो नये विद्युत विभव में क्या परिवर्तन ........गुना होगा

किसी निश्चित आवेश वितरण में, शून्य विभव वाले बिन्दुओं को एक वृत्त $S$ के द्वारा जोड़ा गया है। $S$ के अंदर स्थित बिन्दुओं के विभव धनात्मक हैं। तथा बाहर स्थित बिन्दुओं के विभव ऋणात्मक हैं। एक धनात्मक आवेश जो कि गति करने के लिये स्वतंत्र है, $S$ के अंदर रखा गया है