विद्युत चुम्बकीय तरंग के औसत विद्युत ऊर्जा घनत्व एवं कुल औसत ऊर्जा घनत्व का अनुपात होता है:
$2$
$1$
$3$
$\frac{1}{2}$
किसी समतल वैध्यूतचुंबकीय तरंग में चुंबकीय क्षेत्र
$B_{u}=2 \times 10^{-7} \sin \left(0.5 \times 10^{3} x+1.5 \times 10^{11} t\right) T$ है
$(a)$ तरंग की आवृत्ति तथा तरंगदैर्घ्य क्या है?
$(b)$ विध्यूत क्षेत्र के लिए व्यंजक लिखिए।
$5\, GHz$ आवत्ति की कोई विधुत चुम्बकीय तरंग उस माध्यम में गमन कर रही है जिसका आपेक्षिक विधुत परावैधुतांक और चुम्बकीय पारगम्यता दोनों ही $2$ है। इस माध्यम में इस तरंग का वेग $.........\times 10^{7} \,m / s$ है ।
$18\, W / cm ^{2}$ के ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश किसी अपरावर्तक सतह पर अभिलंबवत आपतित होता है। यदि सतह का क्षेत्रफल $20\, cm ^{2}$ हो तो $30$ मिनट की समयावधि में सतह पर लगने वाले औसत बल का परिकलन कीजिए।
$3\, m$ की दूरी पर स्थित किसी $100\, W$ बल्ब से आ रहे विकिरण द्वारा उत्पन्न विध्यूत एवं चुंबकीय क्षेत्रों की गणना कीजिए। आप यह जानते हैं कि बल्ब की दक्षता $2.5 \, \%$ है और यह एक बिंदु स्रोत है।
सूर्य का प्रकाश, $36\,cm ^2$ क्षेत्रफल वाले किसी तल पर लम्बवत् गिर रहा है, जो कि $20$ मिनट के समय अन्तराल में इस पर $7.2 \times 10^{-9}\,N$ का औसत बल आरोपित करता है। यदि पूर्ण अवशोषण की स्थिति माना जाए, तो आपतित प्रकाश के ऊर्जा फ्लक्स का मान होगा