दो बलों का परिणामी, जिनमें से एक बल परिमाण में दूसरे का दोगुना है, अल्प परिमाण वाले पर लंलम्बवत्त है। दोनों बलों के बीच का कोण ........ $^o$ है
$60$
$120$
$150$
$90$
दो बलों का सदिश योग उनके सदिश अंतर के लम्बवत् है। इस स्थिति में बल
दो सदिशों $6\hat i + 7\hat j$ तथा $3\hat i + 4\hat j$ के योग से प्राप्त सदिश का परिमाण है
$\mathop P\limits^ \to $ तथा $\mathop Q\limits^ \to $ का परिणामी $\mathop P\limits^ \to $ के लम्बवत् है तो $\mathop P\limits^ \to $ तथा $\mathop Q\limits^ \to $ के बीच कोण होगा
दो सदिशों $\overrightarrow{ A }$ तथा $\overrightarrow{ B }$ के परिमाण समान है। $(\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B })$ का परिमाण $(\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B })$ के परिमाण का $n$ गुना है। $\overrightarrow{ A }$ तथा $\overrightarrow{ B }$ के मध्य कोण है।
अभिकथन $A$ : यदि $A , B , C , D$ अर्ध वत्त (केन्द्र $'O'$) पर स्थित चार बिन्दु इस प्राकार है कि
$|\overrightarrow{ AB }|=|\overrightarrow{ BC }|=|\overrightarrow{ CD }|$ तो
$\overrightarrow{ AB }+\overrightarrow{ AC }+\overrightarrow{ AD }=4 \overrightarrow{ AO }+\overrightarrow{ OB }+\overrightarrow{ OC }$
कारण $R$ : सदिशों के बहुभुज नियम के अनुसार
उपरोक्त कथनानुसार, सबसे उपयुक्त विकल्प को दिए गए विकल्पों में से चुनिए।