तीन समान्तर श्रेणियों के $n$ पदों के योगफल${S_1},\;{S_2},\;{S_3}$ हैं जिनके प्रथम पद $1$ और सार्वअन्तर क्रमश: $1, 2, 3$ हैं, तो सत्य सम्बन्ध होगा
${S_1} + {S_3} = {S_2}$
${S_1} + {S_3} = 2{S_2}$
${S_1} + {S_2} = 2{S_3}$
${S_1} + {S_2} = {S_3}$
किसी समांतर श्रेणी में प्रथम पद $2$ है तथा प्रथम पाँच पदों का योगफल, अगले पाँच पदों के योगफल का एक चौथाई है। दर्शाइए कि $20$ वाँ पद $-112$ है।
तीन समांतर श्रेणियों
$3,7,11,15, \ldots \ldots . . . ., 399$,
$2,5,8,11, \ldots \ldots \ldots \ldots . ., 359$ तथा
$2,7,12,17, \ldots \ldots . ., 197$,
के उभ्यनिष्ठ पदों का योग है ____________I
यदि $b _{1}, b _{2}, b _{3}, \ldots b _{11}$ एक वर्धमान $A.P.$ है और इसके पदों का प्रसरण $90$ है, तो इस $A.P.$ का सार्व अन्तर है
यदि एक समान्तर श्रेणी का प्रथम पद $2$ तथा सार्वअन्तर $4$ हो, तो उसके $40$ पदों का योग होगा|
माना $10 A.P.$, जिनके प्रथम पद $1,2,3, \ldots, 10$ तथा आर्व अंतर क्रमशः $1,3,5, \ldots, 19$ हैं, के $12$ पदों का योग क्रमश: $\mathrm{s}_1, \mathrm{~s}_2, \mathrm{~s}_3, \ldots, \mathrm{s}_{10}$ है। तो $\sum_{\mathrm{i}=1}^{10} \mathrm{~s}_{\mathrm{i}}$ बराबर है