$2 .0\, mm$ त्रिज्या वाली एक ताँबे की गेंद $20^{\circ} C$ पर $6.5 \,cm s ^{-1}$ सीमांत वेग से तेल के टेंक में गिर रही है। $20^{\circ}\, C$ पर तेल की श्यानता का आकलन कीजिए। तेल का घनत्व $1.5 \times 10^{3}\, kg\, m ^{-3}$ तथा ताँबे का घनत्व $8.9 \times 10^{3}\, kg\, m ^{-3}$ है
$1.1 \times 10^{-1} kg m ^{-1} s ^{-1}$
$9.9 \times 10^{-1} kg m ^{-1} s ^{-1}$
$6.37 \times 10^{-2} kg m ^{-1} s ^{-1}$
$5.98 \times 10^{-1} kg m ^{-3} s ^{-1}$
कमरे के ताप पर किसी तेल की टंकी में गिर रही $5\,mm$ त्रिज्या वाली किसी ताँबे की गेंद का सीमांत वेग $10\, cm\,s ^{-1}$ है। यदि कमरे के ताप पर तेल की श्यानता $0.9\,kg\,m ^{-1}\,s ^{-1}$ है, तो. आरोपित श्यान बल है :
बराबर त्रिज्या वाले दो गोलों $P$ तथा $Q$ के घनत्व क्रमशः $\rho_1$ तथा $\rho_2$ है। गोलों को एक द्रव्यमान रहित डोरी से जोड़कर $\sigma_1$ एव $\sigma_2$ घनत्व वाले तथा $\eta_1$ एवं $\eta_2$ श्यानता गुणाकों वाले द्रवों $L_1$ एवं $L_2$ में डाला जाता है। साम्यावस्था में गोला $P$ द्रव $L_1$ में तथा $Q$ द्रव $L_2$ में तैरता है तथा डोरी तनी रहती है (चित्र देखें)। यदि गोले $P$ को अलग से $L_2$ में डालने पर उसका सीमांत वेग $\bar{V}_P$ होता है और गोले $Q$ का $L _1$ में अलग से डालने पर सीमांत वेग $\bar{V}_Q$ है, तव
$(A)$ $\frac{\left|\overrightarrow{ V }_{ P }\right|}{\left|\overrightarrow{ V }_{ Q }\right|}=\frac{\eta_1}{\eta_2}$ $(B)$ $\frac{\left|\overrightarrow{ V }_{ P }\right|}{\left|\overrightarrow{ V }_{ Q }\right|}=\frac{\eta_2}{\eta_1}$
$(C)$ $\overrightarrow{ V }_{ P } \cdot \overrightarrow{ V }_{ Q } > 0$ $(D)$ $\overrightarrow{ V }_{ P } \cdot \overrightarrow{ V }_{ Q } < 0$
एक एकसमान घनत्व के तरल के गोलाकार पिंड की त्रिज्या $R$ है तथा यह अपने स्वयं के गुरूतव के प्रभाव में साम्यावस्था में है। यदि इसके केन्द्र से दूरी $r(r < R)$ पर दाव $P(r)$ है, तव सही विकल्प है (हैं)
$(A)$ $P ( I =0)=0$ $(B)$ $\frac{ P ( r =3 R / 4)}{ P ( r =2 R / 3)}=\frac{63}{80}$
$(C)$ $\frac{ P ( r =3 R / 5)}{ P ( r =2 R / 5)}=\frac{16}{21}$ $(D)$ $\frac{ P ( r = R / 2)}{ P ( r = R / 3)}=\frac{20}{27}$
जल की बूँद, वायु में अत्यधिक ऊँचाई $h$ से गिरती है। उसका अंतिम वेग होगा
सीसे का एक गोला (व्यास $ 1mm$ ) ग्लिसरीन से भरी लम्बी नली में गिराया जाता है। तो उसके वेग $ v$ में, दूरी के साथ परिवर्तन का सही प्रदर्शन है