विद्युत बल रेखाओं के बारे में असत्य कथन है
ये धनावेश से प्रारम्भ होकर ऋणावेश पर समाप्त होती हैं
ये एक दूसरे को नहीं काटती है
बिन्दु आवेश एवं गोले के लिये इनकी आकृति समान होती है
इनका भौतिकीय अस्तित्व होता है
एक घन $\overrightarrow{ E }=150 y ^{2} \hat{ j }$ के विधुत क्षेत्र में रखा है। घन की भुजा $0.5\, m$ है तथा यह क्षेत्र में चित्रानुसार रखा है। घन के अन्दर आवेश $.....\times 10^{-11} {C}$ है।
$1$ मिलीमीटर त्रिज्या के सीधे लम्बे तार पर एकसमान आवेश वितरित है। तार पर प्रति सेमी. लम्बाई आवेश $Q$ कूलॉम है। अन्य बेलनाकार पृष्ठ जिसकी त्रिज्या $50$ सेमी. तथा लम्बाई $1$ मीटर है चित्रानुसार सममिति रूप से तार को घेरता है। बेलनाकार पृष्ठ से गुजरने वाला कुल विद्युत फ्लक्स है
एक घनाकार क्षेत्र की भुजा $a$ और केन्द्र उद्गम पर हैं। इसमें तीन बिन्दु आवेश रख है : $+3 q (0,0,0)$ पर, $- q (0,- a / 4,0)$ पर और $- q (0,+ a / 4,0)$ । सही विकल्प (विकल्पों का चुनाव करें।
$(A)$ $x =+\frac{ a }{2}$ तल से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $x =-\frac{ a }{2}$ तल से गुजर रहे कुल विधुत-फ्लक्स के बराबर है।
$(B)$ $y=+\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $y=-\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहे कुल विधुत-फ्लक्स से अधिक है।
$(C)$ पूरे घनाकर क्षेत्र से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $\frac{q}{\varepsilon_0}$ है।
$(D)$ $z=+\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहा कुल विधुत-फ्लक्स, $x=+\frac{a}{2}$ तल से गुजर रहे कुल विधुत-फ्लक्स से बराबर है।
$2.4 \,m$ व्यास के किसी एकसमान आवेशित चालक गोले का पृष्ठीय आवेश छनत्व $80.0 \mu C / m ^{2}$ है।
$(a)$ गोले पर आवेश ज्ञात कीजिए।
$(b)$ गोले के पृष्ठ से निर्गत कुल वैद्युत फ्लक्स क्या है?
प्रदर्शित चित्र में, $\mathrm{E}=2 \mathrm{x}^2 \hat{\mathrm{i}}-4 \mathrm{y} \hat{\mathrm{j}}+6 \hat{\mathrm{k}} \mathrm{N} / \mathrm{C}$ वैद्युत क्षेत्र में एक घनाभ स्थित है। घनाभ के अन्दर आवेश का परिणाम $\mathrm{n} \in_0 \mathrm{C}$ है। $\mathrm{n}$ का मान (यदि घनाभ की विमाएँ $1 \times 2 \times 3$ मी $^3$ है) हैं।