किसी रूकी हुई लिफ्ट के भीतर किसी, सरल लोलक का आवर्तकाल $T$ है। यदि लिफ्ट $g / 2$ त्वरण से उपरिमुखी गति करती है, तो सरल लोलक का आवर्तकाल होगा।
$\sqrt{3} T$
$\frac{ T }{\sqrt{3}}$
$\sqrt{\frac{3}{2}} T$
$\sqrt{\frac{2}{3}} T$
एक सरल लोलक एक ट्रॉली की छत से लटका हुआ है। ट्रॉली क्षैतिज दिशा में $'a'$ त्वरण से गति कर रही है। सरल लोलक का आवर्तकाल $T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g'}}} $ में $g'$ होगा
जब एक सरल लोलक को चित्र में दिखाये अनुसार $P$ से छोड़ा जाता है। तो $Q$ तक पहुँचने पर यह वायु घर्षण के कारण कुल ऊर्जा का $10\%$ भाग खो देता है। $Q$ पर इसका वेग ..... $m/sec$ होगा
एक सैकण्ड लोलक में गोलक का द्रव्यमान $30$ ग्राम है यदि इसे $90$ ग्राम के गोलक से बदल दिया जाये तो आवर्तकाल हो .... सैकण्ड जायेगा
किसी लोलक के गोलक की अपनी निम्नतम स्थिति में चाल $3\; m / s$ है। इस लोलक की लम्बाई $50\; cm$ है। जिस समय लोलक की लम्बाई ऊर्ध्वाधर से $60^{\circ}$ का कोण बनाती है, उस समय गोलक की चाल $\dots\;m / s$ होगी। $\left( g =10 \;m / s ^{2}\right)$
एक सरल लोलक में लम्बाई $l $ की डोरी से द्रव्यमान $m$ का पिण्ड लटका कर एक ऊध्र्वाधर चाप में दोलन कराया जाता है। चाप का कोणीय विस्थापन $\theta $ है। दोलन चाप के एक सिरे पर $m$ द्रव्यमान की ही एक गेंद विरामावस्था में है। इससे टकराने पर लोलक के पिण्ड द्वारा गेंद को स्थान्तरित संवेग है