दो एक समान बल (प्रत्येक $P$) किसी बिन्दु पर परस्पर $120^°$ के कोण पर लगाये जाते हैं। उनके परिणामी बल का परिमाण है
$P/2$
$P/4$
$P$
$2P$
दो सदिशों $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ का परिणामी सदिश $\mathop A\limits^ \to $ के लम्बवत् है तथा इसका परिमाण सदिश $\mathop B\limits^ \to $ के परिमाण का आधा है। $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ के बीच कोण ....... $^o$ होगा
सदिशों $\mathop A\limits^ \to ,\,\mathop B\limits^ \to $ तथा $\mathop C\limits^ \to $के परिमाण क्रमश: $3, 4$ तथा $5$ इकाई हैं। यदि $\mathop A\limits^ \to + \mathop B\limits^ \to = \mathop C\limits^ \to $, तब सदिश $\mathop A\limits^ \to $ तथा $\mathop B\limits^ \to $ के बीच कोण होगा
दो सदिश $P = 2\hat i + b\hat j + 2\hat k$ तथा $Q = \hat i + \hat j + \hat k$ समान्तर होगें, यदि $b=$ ........
दो बलों $3P$ एवं $2P$ का परिणामी $R $ है। यदि प्रथम बल को दोगुना कर दिया जाये तो परिणामी भी दोगुना हो जाता है। दोनों बलों के बीच कोण ........... $^o$ है
सदिश $\overrightarrow{ A }$ और $\overrightarrow{ B } .$ इस प्रकार हैं कि $|\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }|=|\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }|$ इन दो सदिशों के बीच का कोण है