$3\,N$ तथा $2 \,N$ परिमाण के दो बल कोण पर इस प्रकार कार्यरत है, कि उनका परिणामी $R$ है। यदि प्रथम बल को $6\,N$ तक बढ़ा दिया जाये, तो परिणामी बल $2R$ हो जाता है। का मान....... $^o$ है
$30$
$60$
$90$
$120$
दो सदिश $\overrightarrow{ A }$ एवं $\overrightarrow{ B }$ के परिमाण एक समान है। यदि $\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }$ का परिमाण $\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }$ के परिमाण का दो गुना है तो $\overrightarrow{ A }$ एवं $\overrightarrow{ B }$ के बीच कोण होगा $-$
दो बलों, जिनमें प्रत्येक का परिमाण $F$ है, का परिणामी भी $F$ हो तो दोनों बलों के बीच कोण ....... $^o$ है
सदिश $(\overrightarrow{ A })$ तथा $(\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B })$ के बीच कोण है।
$12 \,N$ तथा $8 \,N$ परिमाण के दो बल एक वस्तु पर कार्यरत हैं। वस्तु पर लगने वाले परिणामी बल का अधिकतम मान .......... $N$ है
सदिशों $5i + 8j$ तथा $2i + 7j$ को परस्पर जोड़ा जाता है। इन सदिशों के योग का परिमाण है