मूल आवृत्तियों $n_1$ एवं $n_2$ के दो खुली ऑर्गन नलियों को श्रेणी में जोड़ा गया है। इस प्रकार से प्राप्त नई नली की मौलिक आवृत्ति होगी
$\frac{{{n_1} + {n_2}}}{2}$
$\sqrt {{n_1}^2 + {n_2}^2} $
$\;\frac{{{n_1}{n_2}}}{{{n_1} + {n_2}}}$
$\;({n_1} + n_2)$
एक लम्बे तार में $500 \,Hz$ आवृति की एक अनुप्रस्थ (transverse) तरंग $100 \,m / s$ की चाल से धनात्मक $x$-अक्ष की दिशा में अग्रसर है $t=0$ सेकंड समय पर यदि $x=0.0$ मीटर तथा $x=0.25$ मीटर पर विस्थापन क्रमशः $0.0$ मीटर तथा $0.02$ मीटर हों, तो $t=5 \times 10^{-4}$ सेकंड तथा $x=0.2$ मीटर पर विस्थापन का मान .......... $m$ होगा?
दोनों सिरों से बँधी हुई $2.0\, m$ लम्बी एक डोरी $240 \,Hz$ के एक कम्पित्र से चलित है। डोरी अपने तीसरे गुणावृत्ती (harmonic) में कंपन करती है। तरंग की चाल और इसकी मूल आवृत्ति हैं।
किसी सोनोमीटर तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $n$ है यदि डोरी का तनाव और व्यास दो गुने कर दिये जायें एवं डोरी का घनत्व आधा कर दिया जाये तो मूल आवृत्ति हो जायेगी
एक तरंग दृढ़ सिरे से परावर्तित होती है। परावर्तन के फलस्वरूप इसकी कला में परिवर्तन होगा
दो सिरों पर बंधी डोरी दो भागों में कंपन कर रही है, इस तरंग की तरंगदैध्र्य होगी