दो प्रतिरोधक $R _{1}=(4 \pm 0.8)\, \Omega$ तथा $R _{2}=(4 \pm 0.4)\, \Omega$ समान्तर क्रम में जुड़े हैं। उनके समान्तर क्रम संयोजन का तुल्य प्रतिरोध है।
$(4 \pm 0.4)\, \Omega$
$(2 \pm 0.4)\, \Omega$
$(2 \pm 0.3) \,\Omega$
$(4 \pm 0.3) \,\Omega$
ठोस धातु के एक गोले के घनत्व को उसके द्रव्यमान तथा व्यास के द्वारा ज्ञात करते हैं। यदि द्रव्यमान तथा व्यास के मापन में सापेक्ष त्रुटियाँ क्रमशः $6.0 \,\%$ और $1.5\, \%$ हो तो गोले के व्यास में अधिकतम त्रुटि $\left(\frac{ x }{100}\right) \,\%$ हैं, और $x$ का मान हैं.....।
यदि एक गोले की त्रिज्या $(5.3 \pm 0.1)cm$ हो, तो इसके आयतन के मापन में प्रतिशत त्रुटि होगी
घन की आकृति वाले किसी पदार्थ का घनत्व, उसकी तीन भुजाओं एवं द्रव्यमान को माप कर, निकाला जाता है। यदि द्रव्यमान एवं लम्बाई कों मापने में सापेक्ष त्रुटियाँ क्रमशः $3 \%$ तथा $2 \%$ हो तो घनत्व को मापने में अधिकतम त्रुटि ......... $\%$ होगी
एक पतले उत्तल लेंस की फोकस दूरी के निर्धारण के प्रयोग में लेंस से वस्तु की दूरी $10.0 \pm 0.1 cm$ है तथा उसके वास्तविक प्रतिबिम्ब की लेंस से दूरी $20.0 \pm 0.2 cm$ है| लेंस की फोकस दूरी के निर्धारण में त्रुटि $n \%$ है। $n$ का मान. . . . . है।
किसी वस्तु के वेग के मापन में $50\%$ धनात्मक त्रुटि है, तो गतिज ऊर्जा के मापन में त्रुटि ............ $\%$ होगी