एकसमान आकार की दो छड़ $A$ तथा $B , 30^{\circ} C$ तापमान पर है। यदि $A$ को $180^{\circ} C$ तक तथा $B$ को $T ^{\circ} C$ तक गर्म करते हैं तो इनकी नई लम्बाइयाँ समान है। यदि $A$ तथा $B$ के रेखीय प्रसार गुणांकों का अनुपात $4: 3$ है तो, $T$ का मान ........$^oC$ है।
$230$
$270$
$200$
$250$
$5 \;m$ लम्बाई तथा $40 \;cm ^{2}$ अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल की एक स्टील की पटरी का लम्बाई के अनुदिश विस्तारण रोका जाता है जबकि उसका तापमान $10^{\circ} C$ बढ़ाया जाता है। यदि स्टील का रेखीय प्रसार गुणांक तथा यंग प्रत्यास्थता गुणांक क्रमश: $1.2 \times 10^{-5} \;K ^{-1}$ तथा $2 \times 10^{11} \;Nm ^{-2}$ हैं तो पटरी में उत्पत्र बल का निकटतम मान होगा
एक ठोस धात्विक घन को एक समान रूप से गर्म किया जाता है, जिसका कुल पृप्ठीय क्षेत्रफल 24 $m ^2$ है। यदि इसके घन के तापमान को $10^{\circ} C$ बढ़ाया जाता है, तो इसके आयतन में वृद्धि ज्ञात करें (दिया गया है : $\alpha=5.0 \times 10^{-4}{ }^{\circ}\,C ^{-1}$ )
यह ज्ञात है कि मोम जमने पर सिकुड़ता है। यदि पिघले हुए मोम को एक बड़े पात्र मे लेकर धीरे-धीरे ठंडा किया जाये तब
$0.5 \times 10^{11} \mathrm{~N} \mathrm{~m}^{-2}$ यंग प्रत्यास्थता गुणांक तथा $10^{-5}{ }^{\circ} \mathrm{C}^{-1}$ रेखीय ऊष्मीय प्रसार गुणांक की $1$ मी लम्बी व $10^{-3} \mathrm{~m}^2$ अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल की एक धात्विक छड़ को $0^{\circ} \mathrm{C}$ से $100^{\circ} \mathrm{C}$ तक बिना विस्तार या मोड़ के गर्म किया जाता है। इसमें उत्पन्न संपीडित बल है:
एक धात्विक चादर में असमान व्यास $d_1$ व $d_2$ $({d_1} > {d_2})$ के दो छिद्र हैं। यदि चादर को गर्म किया जाये तब