समान द्रव्यमान के दो लघु गोलीय धातु गैदें $1\;mm$ तथा $2 \;mm$ त्रिज्या तथा $\rho_1$ व $\rho_2\; (\rho_1 = 8\rho_2)$ घनत्व के पदार्थों की बनी हुई है। ये एक श्यान माध्यम में ऊर्ध्वाधर गिरती है जिनका श्यानता गुणांक बराबर है तथा जिसका घनत्व $0.1\rho_2$ है। इनके सीमांत वेगो का अनुपात होगा

  • [NEET 2019]
  • A

    $\frac{79}{72}$

  • B

    $\frac{19}{36}$

  • C

    $\frac{39}{72}$

  • D

    $\frac{79}{36}$

Similar Questions

एक पानी की बूंद जिसकी त्रिज्या $1\,\mu m$ है, ऐसी स्थिति में गिरती है, जहाँ उत्पलावक बल का प्रभाव नगण्य है। यदि वायु का श्यानता गुणांक $1.8 \times 10^{-5}\,Nsm ^{-2}$ है तथा इसका घनत्व पानी के घनत्व $10^6\,gm ^{-3}$ की तुलना में नगण्य हो तो पानी की बूँद का सीमान्त वेग $..........\times 10^{-6}\,ms ^{-1}$ होगा (गुरूत्वीय त्वरण $g =10\,ms ^{-2}$ )

  • [JEE MAIN 2022]

निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प उस बिन्दु-द्रव्यमान की गति $' v '$ और त्वरण $' a '$ के बदलाव को सही तरह से दर्शाता है जो कि किसी श्यान माध्यम में ऊर्ध्वाधर दिशा में नीचे की ओर गिरते हुए माध्यम के कारण एक बल $F=-k v$, जहाँ पर $' k '$ एक नियतांक है, का अनुभव करता है। (ग्राफों का व्यवस्थात्मक निरूपण माप के अनुसार नहीं है।)

  • [JEE MAIN 2016]

सीसे का एक गोला (व्यास $ 1mm$ ) ग्लिसरीन से भरी लम्बी नली में गिराया जाता है। तो उसके वेग $ v$ में, दूरी के साथ परिवर्तन का सही प्रदर्शन है

  • [AIIMS 2003]

जल की बूँद, वायु में अत्यधिक ऊँचाई $h$  से गिरती है। उसका अंतिम वेग होगा

$'r'$  त्रिज्या की गोलाकार गेंद, ''' श्यानता वाले द्रव में $ 'v'$  वेग से गिर रही है। गेंद पर कार्यरत मंदक श्यान बल

  • [AIEEE 2004]