दो ठोस $ A$ व $B$ जल में तैर रहे हैं। $A$ का आधा आयतन तथा $B$ का $2/3 $ आयतन जल में डूबा है। $A$ व $ B $ के घनत्वों की तुलना करो
$4 : 3$
$2 : 3$
$3 :4$
$1 : 3$
घनत्व $\rho$ के पदार्थ से एक गेंद बनी है जहाँ $\rho_{oil} < \rho < \rho_{water}$ और $\rho_{oil}$ और $\rho_{water}$ क्रमशः तेल एवं पानी के घनत्व को दर्शाते हैं। तेल एवं पानी अमिश्रणीय है यदि इस तेल और पानी के मिश्रण में उपर्युक्त गेंद साम्यावस्था में है, तब निम्नलिखित में से कौन-सा चित्र इसकी साम्यावस्था स्थिति को दर्शाता है ?
${V_0}$ आयतन व ${d_0}$घनत्व का पिण्ड, $d $ घनत्व वाले द्रव में तैर रहा है। पिण्ड के आयतन का वह भाग क्या होगा जो द्रव की सतह के ऊपर है
$R $ त्रिज्या का कंक्रीट (Concrete) का गोला बीच में खोखला है। खोखले भाग की त्रिज्या $r$ है व उसमें लकड़ी का बुरादा भरा है। कंक्रीट व लकड़ी के बुरादे के विशिष्ट गुरुत्व क्रमश: $2.4$ व $ 0.3$ हैं। गोले को पूरी तरह जल में डूबकर तैरने के लिय कंक्रीट व लकड़ी के बुरादे के द्रव्यमानों का अनुपात क्या होगा
लकड़ी का एक गुटका पानी में चित्रानुसार तैर रहा है। उसके उच्च तल पर एक सिक्का रखा है। दूरियाँ l व $ h$ प्रदर्शित हैं। यदि कुछ समय पश्चात् सिक्का पानी में गिर जाये तो
एक त्रिज्या $R$ त्रिज्या घनत्व $\rho$ वाले ठोस गोलक को एक द्रव्यमान रहित स्प्रिंग के एक सिरे से जोड़ा गया है। इस स्प्रिंग का बल नियतांक $k$ है। स्प्रिंग के दूसरे सिरे को दूसरे ठोस गोलक से जोड़ा गया है जिसकी त्रिज्या $R$ व घनत्व $3 p$ है। पूर्ण विन्यास को $2 p$ घनत्व के द्रव में रखा जाता है और इसको साम्यावस्था में पहुँचने दिया जाता है। सही प्रकथन है/हैं -
$(A)$ स्प्रिंग की नेट दैर्ध्यवृद्धि $\frac{4 \pi R ^3 \rho g }{3 k }$ है।
$(B)$ स्प्रिंग की नेट दैर्ध्यवृद्धि $\frac{8 \pi R^3 \rho g }{3 k }$ है।
$(C)$ हल्का गोलक आंशिक रूप से डूबा हुआ है।
$(D)$ हल्का गोलक पूर्ण रूप से डूबा हुआ है।