इकाइयों की दो पद्धतियों $1$ व $2$ में वेग $(v)$ तथा त्वरण $(a)$ क्रमश: $v _2=\frac{ n }{ m ^2} v _1$ एवं $a _2=\frac{ a _1}{ mn }$ के अनुसार संबंधित है। यहाँ $m$ तथा $n$ नियतांक हैं तो दूरी तथा समय हेतु दोनों पद्धतियों में क्रमश: संबंध है
$\frac{ n ^{3}}{ m ^{3}} L _{1}= L _{2}$ तथा $\frac{ n ^{2}}{ m } T _{1}= T _{2}$
$L_{1}=\frac{n^{4}}{m^{2}} L_{2}$ तथा $T_{1}=\frac{n^{2}}{m} T_{2}$
$L _{1}=\frac{ n ^{2}}{ m } L _{2}$ तथा $T _{1}=\frac{ n ^{4}}{ m ^{2}} T _{2}$
$\frac{ n ^{2}}{ m } L _{1}= L _{2}$ तथा $\frac{ n ^{4}}{ m ^{2}} T _{1}= T _{2}$
दाब-प्रवणता की विमा किसके तुल्य है
एक विमाहीन राशि $P$ के लिये व्यंजक $P =\frac{\alpha}{\beta} \log _{ e }\left(\frac{ kt }{\beta x }\right)$ द्वारा दिया जाता है, जहाँ $\alpha$ तथा $\beta$ नियतांक है, $x$ दूरी एवं $k$ बोल्ट्जमान नियतांक है तथा $t$ तापमान है, तो राशि $\alpha$ की विमाएँ होगी :
दो राशियों $A$ तथा $B$ की विमायें भिन्न है। निम्न में से किस गणितीय संक्रिया की भौतिक सार्थकता हैं
विमीय सूत्र $[M{L^2}{T^{ - 3}}]$ दर्शाता है
दाब $(P)$, आयतन $(V)$ तथा समय $(T)$ को मूल राशियाँ मानने पर बल का विमीय सूत्र होगा