किसी लम्बी बेलनाकार नली के एक सिरे के नजदीक $n$ आवृत्ति उत्पन्न करने वाला एक कम्पित स्वरित्र रखा है नली चित्र में दिखाये अनुसार पाश्र्व से भी खुली है एवं इसमें एक चलित परावर्तक पिस्टन लगा हुआ है। यदि पिस्टन $8.75 cm$ दूरी चलता है, ध्वनि की तीव्रता अधिकतम से न्यूनतम तक बदलती है यदि ध्वनि की चाल $350 m/s$ है तब $n$ का मान होगा .... $Hz$
$500$
$1000 $
$2000$
$4000$
एक सोनोमीटर की तार जो स्टील की बनी है की लम्बाई $1.5\, m$ है। तनाव के कारण इसमें $1 \%$ का प्रत्यास्थ विकृति उत्पन्न होती है। स्टील का मूल आवृत्ति क्या ............ $Hz$ होगी यदि स्टील तार का घनत्व एवं प्रत्यास्थता क्रमश: $7.7$ $\times 10^{3} kg / m ^{3}$ एवं $2.2 \times 10^{11} N / m ^{2}$ है ?
किसी सोनोमीटर तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $n$ है यदि डोरी का तनाव और व्यास दो गुने कर दिये जायें एवं डोरी का घनत्व आधा कर दिया जाये तो मूल आवृत्ति हो जायेगी
एक ही पदार्थ के एकसमान लंबाई परंतु भिन्न त्रिज्या $r$ तथा $2 r$ के दो तारों को जोड़कर, $2 L$ लम्बाई का एक तार बनाया जाता है। यह इस प्रकार कम्पित होता है कि दोनों तारों का जोड़ एक निस्पंद बने। यदि तार $A$ में प्रस्पंदों की संख्या $p$ है और $B$ में $q$ है, तब अनुपात $p : q$ है।
$4\, kg$ भार से तनी हुयी डोरी में उत्पन्न मूल स्वर की आवृत्ति $256\,Hz$ है। अष्टक स्वर उत्पन्न करने के लिये आवश्यक भार .... $kg \,wt$ होगा
एक तनी हुयी डोरी की लम्बाई $110 cm$ है। यह डोरी तीन खण्डो में कम्पित होती है जिनकी आवृत्तियों का अनुपात $1 : 2 : 3$ है। इन खण्डों की लम्बाईयों का अनुपात होगा