लौह-चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है? सही उत्तर पर निशान लगाइए।
कोई अभिक्रिया नहीं होती है।
क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रॉक्साइड बनता है।
हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोराइड बनता है।
आयरन लवण एवं जल बनता है।
निम्न अभिक्रियाओं के लिए सतुंलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया का प्रकार बताइए।
$(a)$ पोटेशियम ब्रोमाइड $( aq )+$ बेरियम आयोडाइड $( aq ) \rightarrow$ पोटैशियम आयोडाइड (aq) $+$ बेरियम ब्रोमाइड
$(b)$ जिंक कार्बोनेट(s) $\longrightarrow$ जिंक ऑक्साइड (s) $+$ कार्बन डाइऑक्साइड (g)
$(c)$ हाइड्रोजन(g) $+$ क्लोरीन (g) $\rightarrow$ हाइड्रोजन क्लोराइड (g)
$(d)$ मैग्नीशियम(s) $+$ हाइड्रोक्लोरिक अम्ल(aq) $\rightarrow$ मैग्नीशियम क्लोराइड(aq) $+$ हाइड्रोजन
जब लोहे की कील को कॉपर सल्फ़ेट के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है?
अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
निम्न रासायनिक समीकरणों को संतुलित कीजिए:
$(a)$ $HNO _{3}+ Ca ( OH )_{2} \longrightarrow Ca \left( NO _{3}\right)_{2}+ H _{2} O$
$(b)$ $NaOH + H _{2} SO _{4} \longrightarrow Na _{2} SO _{4}+ H _{2} O$
$(c)$ $NaCl + AgNO _{3} \longrightarrow AgCl + NaNO _{3}$
$(d)$ $BaCl _{2}+ H _{2} SO _{4} \longrightarrow BaSO _{4}+ HCl$
सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।