एक समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों को अलग-अलग करने में, किसी बाह्य कारक द्वारा किया गया कार्य है
$CV$
$\frac{1}{2}{C^2}V$
$\frac{1}{2}C{V^2}$
इनमें से कोई नहीं
एक $5\, \mu F$ संधारित्र को $220\, \,V$ विघुत आपूर्ति कर पूर्णत: आवेशित किया जाता है और पूणः आपूर्ति बंद कर इसे $2.5\, \mu F$ के संधारित्र के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ दिया जाता है। यदि आवेश के पूणर्वितरण के दौरान ऊर्जा परिवर्तन $\frac{ X }{100} J$ है तो $X$ का मान निकटतम पूर्णाक में है
दर्शाये गये चित्र के अनुसार एक संधारित्र $C$ को प्रतिरोध $R$ के द्वारा जोड़कर आवेशित किया जाता है। बैटरी द्वारा दी गई ऊर्जा है
$6$ $\mu C$ के आवेश को $9\, V$ की बैटरी के ऋण सिरे से धन सिरे तक ले जाने के लिए आवश्यक कार्य है
यदि एक बैटरी से जुड़े समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटे एक दूसरे की ओर गति करती हैं, तब:
$A$. इसमें संचित आवेश' बढ़ता है
$B$. इसमें संचित ऊर्जा घटती है
$C$. इसकी धारिता बढ़ती है
$D$. इसके आवेश तथा वोल्टेज का अनुपात समान रहता है
$E$. आवेश तथा वोल्टेज का गुणनफल बढ़ता है
नीचे दिये गये विकल्पों से सबसे उचित उत्तर चुनिए:
एक $12\,pF$ के संधारित्र को $50$ वोल्ट की बैटरी से जोड़ा गया है। संधारित्र में संचित स्थिर वैद्युत ऊर्जा है