$30°C$ वाले $80\, gm$ जल को एक $0°C$ वाले बड़े बर्फ के गुटके पर डाला जाता है। बर्फ की पिघली हुई मात्रा ....... $gm$ होगी
$30$
$80$
$1600$
$150$
$100°C$ पर स्थित पानी से जलने की तुलना में, $100°C$ की भाप से जलना
$100°C$ ताप पर स्थित $1$ ग्राम भाप $0°C$ पर स्थित बर्फ की ....... $gm$ मात्रा पिघलायेगी $($बर्फ की गुप्त ऊष्मा $= 80 \,cal/gm$ एवं भाप की गुप्त ऊष्मा $= 540\, cal/gm)$
एक गीज़र $2.0\,kg$ प्रति मिनट की दर से बह रहे जल को $30^{\circ}\,C$ से $70^{\circ}\, C$ तक गर्म करता है। यदि गीज़र एक बर्नर की सहायता से कार्य करता है, तो ईंधन के जलने की दर होगी$............g min ^{-1}$ में) [दहन की उष्मा $=8 \times 10^3\,Jg ^{-1}$, जल की विशिष्ट उष्मा$\left.=4.2 Jg ^{-1}{ }^{\circ} C ^{-1}\right]$
जल की विशिष्ट ऊष्मा $=4200 \,J kg ^{-1} K ^{-1}$ तथा बर्फ की गुप्त ऊष्मा $=3.4 \times 10^{5} \,J kg ^{-1}$ होती है। $0^{\circ} C$ वाली $100 \,g$ बर्फ को $25^{\circ} C$ वाले $200\, g$ जल में डाला जाता है। जल का तापमान $0^{\circ} C$ पर पहुँचने पर बर्फ की लगभग कितनी मात्रा ( $gm$ में) पिघल जायेगी ?
एक औधौगिक प्रक्रम में $10\, kg$ जल को प्रति घण्टे $20°C$ से $80°C$ तक गर्म किया जाता है। ऐसा करने के लिए $150°C$ ताप वाली भाप को एक बॉयलर से पानी मे डूबी हुई ताम्र कुण्डलियों में प्रवाहित किया जाता है। भाप कुण्डलियों मे संघनित हो जाती है एवं बॉयलर को $90°C$ जल के रूप में वापस कर दी जाती है प्रति घण्टे कितने $kg$ भाप की आवश्यकता होगी (भाप की विशिष्ट ऊष्मा $= 1 \,cal /gm°C $ एवं वाष्पन की गुप्त ऊष्मा $= 540 cal/gm)$