एक वस्तु मूलबिन्दु से विरामावस्था में $x-$अक्ष की दिशा में $6$ मी/से$^2$ के त्वरण और $y-$अक्ष की दिशा में $8$ मी/से$^2$ के त्वरण के साथ चलती है, $4$ सेकण्ड पश्चात मूलबिन्दु से इसकी दूरी होगी

  • A

    $56 $

  • B

    $64$

  • C

    $80$

  • D

    $128 $

Similar Questions

एक व्यक्ति $30 \,m$ उत्तर दिशा में इसके पश्चात् $20\, m$ पूर्व दिशा में तथा अंत में $30\sqrt 2 \,m$ दक्षिण-पश्चिम दिशा में चलता है। प्रारंभिक बिन्दु से व्यक्ति का विस्थापन होगा

किसी सदिश में परिमाण व दिशा दोनों होते हैं। क्या दिक्स्थान में इसकी कोई स्थिति होती है ? क्या यह समय के साथ परिवर्तित हो सकता है। क्या दिक्स्थान में भिन्न स्थानों पर दो बराबर सदिशों $a$ व $b$ का समान भौतिक प्रभाव अवश्य पड़ेगा ? अपने उत्तर के समर्थन में उदाहरण दीजिए।

एक कण का स्थिति-सदिश समय के साथ निम्न सूत्र से बदलता है, $\overrightarrow{ r }( t )=15 t ^{2} \hat{ i }+\left(4-20 t ^{2}\right) \hat{ j } t =1$ पर कण के त्वरण का परिमाण होगा ?

  • [JEE MAIN 2019]

निम्नलिखित में से प्रत्येक कथन को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा कारण एवं उदाहरण सहित बताइए कि क्या यह सत्य है या असत्य :

अदिश वह राशि है जो

$(a)$ किसी प्रक्रिया में संरक्षित रहती है,

$(b)$ कभी ऋणात्मक नहीं होती,

$(c)$ विमाहीन होती है,

$(d)$ किसी स्थान पर एक बिंदु से दूसरे बिंदु के बीच नहीं बदलती,

$(e)$ उन सभी दर्शकों के लिए एक ही मान रखती है चाहे अक्षों से उनके अभिविन्यास भिन्न-भिन्न क्यों न हों ।

किसी कण का स्थिति सदिश $\vec r = (a\cos \omega \,t)\hat i + (a\sin \omega \,t)\hat j$ है। कण का वेग होगा

  • [AIPMT 1995]