एक गैस को यकायक इसके प्रारम्भिक आयतन के एक-चौथाई भाग तक संपीड़ित किया जाता है। यदि प्रारम्भिक दाब $P$ हो तब अन्तिम दाब होगा
$P$ से कम
$P$ से अधिक
$P$
$(a)$ या $(c)$
किसी आदर्श गैस के रूद्धोष्म प्रसार में, दाब में होने वाला भिन्रात्मक परिवर्तन किसके बराबर होगा ? (जहाँ $\gamma$ विशिष्ट ऊष्माओं का अनुपात है)
रुद्धोष्म प्रक्रम में, $273 \,K$ ताप पर एक गैस की निश्चित मात्रा अपने प्रारम्भिक आयतन के $81$ गुना तक प्रसारित होती है। यदि $\gamma = 1.25$ हो, तब गैस का अंतिम ताप ..... $^oC$ है
नीचे चित्र में चार वक्र $A, B, C$ एवं $D$ दिखाये गये हैं
कक्षीय तापमान पर एक दृढ़ द्विपरमाणुक आदर्श गैस एक रूद्धोष्म प्रक्रम से गुजरती है। इस प्रक्रम के लिए तापमान और आयतन में, $TV ^{ x }=$ नियतांक सम्बन्ध है तो $x$ होगा।
एक इंजिन, $20^{\circ} C$ ताप एवं $1$ वायुमंडलीय दाब पर $5$ मोल हवा लेकर मूल आयतन का $\frac{1}{10}$ रूद्धोष्म रूप से संपीड़ित करता है। हवा को दृढ़ अणुओं से बना द्विपरमाण्विक आदर्श गैस मानते हुए इस प्रक्रिया में आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन $XKJ$ है। $X$ का मान निकटतम पूर्णांक में है