$\mathrm{t}=0$ पर एक कण मूल बिन्दु से $5 \hat{\mathrm{i}}$ मी./से. के वेग से गति प्रारम्भ करता है तथा एक बल के अन्तर्गत $x-y$ तल में गति करता है जो $(3 \hat{\mathrm{i}}+2 \hat{\mathrm{j}})$ मी./ से. $^2$ का एक नियत त्वरण उत्पन्न करता है।, यदि किसी क्षण कण का $x$-निर्देशांक $84$ मी. हो तब उस समय कण की चाल $\sqrt{\alpha}$ मी/से. है। $\alpha$ का मान. . . . . . . . .है।
$673$
$685$
$756$
$741$
चित्र में किसी कण की एकविमीय गति का $x-t$ ग्राफ दिखाया गया है । ग्राफ से क्या यह कहना ठीक होगा कि यह कण $t<0$ के लिए किसी सरल रेखा में और $t>0$ के लिए किसी परवलीय पथ में गति करता है । यदि नहीं, तो ग्राफ के संगत किसी उचित भौतिक संद्भ का सुझाव दीजिए।
एक सरल रेखा के अनुदिश, किसी कण की गति को समीकरण, $x=8+12 t-t^{3}$ द्वारा परिभाषित (प्रकट) किया जाता है। जहाँ, $x$ मीटर में तथा $t$ सेकण्ड में है। वेग शून्य होने पर कण का मंदन.........$m/s^ 2$ है
एक पिण्ड मूल बिन्दु से $X - $अक्ष की ओर इस प्रकार गतिमान है कि किसी क्षण पर उसका वेग सूत्र $(4{t^3} - 2t)$ द्वारा दिया जाता है। यहाँ पर वेग मी/से में तथा समय सैकण्ड में है। जब कण मूल बिन्दु से $2$ मी की दूरी पर है तब इसका त्वरण होगा..........$m/{s^2}$
एक वस्तु की गति का वेग $(v)$-समय $(t)$ ग्राफ नीचे प्रदर्शित है: इस गति के लिए सबसे उचित त्वरण $(a)$ - समय $(t)$ ग्राफ है:
किसी कण के विस्थापन का समीकरण $s = 3{t^3} + 7{t^2} + 14t + 8$ मीटर है। $t = 1$ सैकण्ड पर कण का त्वरण होगा........$ms^{-2}$