$\lambda$ तरंगदैर्ध्य की एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $I$ है। यह धनात्मक $Y$-दिशा में गमन कर रही है। विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र के लिये दिये गये मान्य सम्बन्ध हैं
$\vec E\, = \,\sqrt {\frac{I}{{{\varepsilon _0}C}}} \cos \left[ {\frac{{2\pi }}{\lambda }(y - ct)} \right]\,\hat i\,;\,\vec B\, = \,\frac{1}{c}E\hat k$
$\vec E\, = \,\sqrt {\frac{I}{{{\varepsilon _0}C}}} \cos \left[ {\frac{{2\pi }}{\lambda }(y - ct)} \right]\,\hat k\,;\,\vec B\, = - \,\frac{1}{c}E\hat i$
$\vec E\, = \,\sqrt {\frac{{2I}}{{{\varepsilon _0}C}}} \cos \left[ {\frac{{2\pi }}{\lambda }(y - ct)} \right]\,\hat k\,;\,\vec B\, = + \frac{1}{c}E\hat i$
$\vec E\, = \,\sqrt {\frac{{2I}}{{{\varepsilon _0}C}}} \cos \left[ {\frac{{2\pi }}{\lambda }(y + ct)} \right]\,\hat k\,;\,\vec B\, = \frac{1}{c}E\hat i$
एक विद्युत चुम्बकीय तरंग में विद्युत एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: $100\,V\,{m^{ - 1}}$ एवं $0.265\,A\,{m^{ - 1}}$ है। अधिकतम ऊर्जा प्रवाह ....$W/{m^2}$ है
किसी गतिमान विघुत चुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान $20\, nT$ है तब विघुत-क्षेत्र का शिखर मान ...........$V / m$ होगा
एक विधुत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र सदिश $B = B _{ o } \frac{\hat{ i }+\hat{ j }}{\sqrt{2}} \cos ( kz -\omega t )$ से दिया गया है, जहाँ $\hat{ i }$ तथा $\hat{j}$ क्रमशः $x$ तथा $y$-अक्ष के अनुदिश मात्रक सदिश है। $t =0 \,s$ पर दो विधुत आवेश $4 \pi$ कूलाम का $q _{1}$ तथा $2 \pi$ कूलाम $q _{2}$ क्रमशः $\left(0,0, \frac{\pi}{ k }\right)$ तथा $\left(0,0, \frac{3 \pi}{ k }\right)$ पर रखे गये है जिनके समान वेग $0.5 \,c$ $\hat{ i }$ हैं, (जहाँ $c$ प्रकाश का निर्वात में वेग है।) आवेश $q _{1}$ पर कार्यरत बल तथा आवेश $q _{2}$ पर कार्यरत बल का अनुपात होगा।
किसी समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र निम्नवत दिया गया है
एक समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र निम्नवत है :
$\overrightarrow{ B }=2 \times 10^{-8} \sin \left(0.5 \times 10^3 x +1.5 \times 10^{11} t \right) \hat{ j } T$
विद्युत क्षेत्र का आयाम होगा