एक माध्यम में विध्युत-चुम्बकीय तरंगों के संचरण के दौरान:
विध्यूतीय ऊर्जा घनत्व चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व का आधा है।
विध्यूतीय ऊर्जा घनत्व चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व के बराबर है।
दोनों विध्यूतीय एवं चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व शून्य है।
विध्यूतीय ऊर्जा घनत्व चुम्बकीय ऊर्जा घनत्व का दोगुना है।
एक एन्टीना एक परावैद्युत माध्यम जिसका परावैद्युत नियतांक $6.25$ है, में स्थित है। यदि एन्टीने का अधिकतम आकार $5.0 mm$ है यह न्यूनतम आवृति $GHz$ का विकिरण उत्पन्न कर सकता है। ( $\mu_{ r }=1$ परावैद्युत माध्यम के लिये)
विद्युत चुम्बकीय तरंगों की अनुप्रस्थ प्रकृति सिद्ध होती है
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग $30$ मेगाहर्त्ज आवत्ति से निर्वात में गति करती है। निश्चित अवकाश तथा समय पर, विधुत क्षेत्र $6\, V / m$ है। इस बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $x \times 10^{-8}$ टेसला होगा। $x$ का मान $......$ है।
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }= B _{0} \sin ( k x+\omega t ) \hat{j} T$ है । इसके संगत विद्युत क्षेत्र का सूत्र होगा :
यहाँ $C$ प्रकाश का वेग है।
कोई $3\, GHz$ आवत्ति की विधुत चुम्बकीय तरंग निर्वात से किसी परावैधुत माध्यम जिसकी सापेक्षिक विधुतशीलता $2.25$ है में प्रवेश करती है। इस माध्यम में इस तरंग की तरंगदैर्ध्य $.......\,\times 10^{-2}\, cm$ होगी।