पूर्व की ओर गति करता हुआ एक आवेशित कण ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर कार्यरत किसी एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है तो
कण ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर विक्षेपित हो जायेगा
कण वृत्तीय कक्षा मेंं अधिक वेग से गति करेगा
कण वृत्तीय कक्षा मेंं समान वेग से गति करे
पूर्व की ओर ही गति करेगा
निम्न चित्र में, $y >0$ के लिए तल के अंदर की ओर एक समान चुम्बकीय क्षेत्र लगा हुआ है। $y < 0$ के लिए चुम्बकीय क्षेत्र एक समान है तथा तल के बाहर की तरफ इंगित करता है। एक प्रोटॉन जो कि भरे हुए वृत्त के द्वारा दिखाया गया है, $y =0$ से $- y$ दिशा में कुछ गति से चलता है। प्रोटॉन का सर्वाधिक सही प्रक्षेप पथ निम्न में से किस आरेख में दर्शाया गया है?
$v$ वेग से गतिशील एक प्रोटॉन (आवेशित कण) पर विद्युत क्षेत्र $E$ एवं चुम्बकीय क्षेत्र $B$ लगाया जाता है। प्रोटॉन बिना किसी विक्षेप के गतिशील रहेगा यदि
$4$ परमाणु द्रव्यमान मात्रक (amu) तथा $16$ (amu) के दो आयनों पर क्रमश: $+2 \,e$ तथा $+3 \,e$ का आवेश हैं। ये आयन अचर लम्बवत् चुम्बकीय क्षेत्र के परास से गुजरते हैं। यदि दानों आयनों की गतिज ऊर्जा समान है, तो।
हॉल प्रभाव की स्थिति में, $Q$ आवेश एवं $A$ अनुप्रस्थ काट वाली पट्टिका पर कार्यरत लॉरेन्ज बल है
एक नियत अंतराल $d$ पर स्थित प्रोटॉन एवं इलेक्ट्रॉनों के दो पुंजों की संगत धारा समान है। इलेक्ट्रॉन एवं प्रोटॉन परस्पर विपरीत दिशा में गतिमान हैं। दोनों पुंजों को मिलाने वाली रेखा पर एक बिन्दु $P$ किसी भी पुंज से $x$ दूरी पर है। बिन्दु $P$ पर चुम्बकीय क्षेत्र $B$ है। $B$ एवं $x$ के बीच ग्राफ है
प्रोटॉन पुंज के समीपस्थ बिन्दुओं पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा कागज तल के लम्बवत् अन्दर $Ä$ की ओर है एवं इलेक्ट्रॉन पुंज के समीपस्थ बिन्दुओं पर यह बाहर ʘ की ओर है। दिये गये विकल्पों में ग्राफ $(c)$ सभी शर्तों को पूरा करता हैं।