एक रबर के पाइप को दृढ़ आधार से लटकाया गया है, इसमें स्वयं के भार के कारण लम्बाई में कितनी वृद्धि होगी यदि पदार्थ का घनत्व $1.5 \times {10^3}\,$${^3}$ किग्रा/मी$^3$, यंग प्रत्यास्थता गुणांक $5 \times {10^6}\,$ न्यूटन/मी${^2}$ तथा पाइप की लम्बाई $8$ मीटर हो
$9.6$ मीटर
$9.6 \times {10^3}$ मीटर
$19.2 \times {10^{ - 2}}$ मीटर
$9.6 \times {10^{ - 2}}$ मीटर
एक तार का पृथ्वी की सतह पर विस्तार $10^{-4}\,m$ है। समान विमाओं वाले समान तार को अन्य ग्रह पर $6 \times 10^{-5}\,m$ विस्तारित किया जाता है। उस ग्रह पर गुरूत्वीय त्वरण $ms ^{-2}$ में ज्ञात कीजिए। (पृथ्वी की सतह पर गुरुत्वीय त्वरण $=10\,m / s ^2$ )
एक तख्ते (Plank) को जिसका यंग प्रत्यास्थता गुणांक $Y$ है, चिकने क्षैतिज तल पर एक नियत क्षैतिज बल $F$ द्वारा चलाया जाता है। तख्ते का अनुप्रस्थ परिच्छेद $A$ है। तख्ते पर बल की दिशा में सम्पीड़न विकृति है
एक इकाई घन की सभी छ: सतहों पर $F$ तनन सार्मथ्य आरोपित किया जाता है। प्रत्येक भुजा की लम्बाई में वृद्धि होगी( $Y=$ यंग मापांक, =पॉइसन अनुपात)
$15\, kg$ द्रव्यमान की एक दृढ़ पट्टी को तीन तारों, जिनमें प्रत्येक की लंबाई $2 \,m$ है, से सममित लटकाया गया है। सिरों के दोनों तार ताँबे के हैं तथा बीच वाला लोहे का है। तारों के व्यासों के अनुपात निकालिए, प्रत्येक पर तनाव उतना ही रहना चाहिए।
$0.25 \,cm$ व्यास के दो तार, जिनमें एक इस्पात का तथा दूसरा पीतल का है, चित्र के अनुसार भारित हैं। बिना भार लटकाये इस्पात तथा पीतल के तारों की लंबाइयाँ क्रमश: $1.5\, m$ तथा $1.0\, m$ हैं। यदि इस्पात तथा पीतल के यंग गुणांक क्रमश: $2.0\, 10^{11}\, Pa$ तथा $0.91 \, 10^{11}\, Pa$ हों तो इस्पात तथा पीतल के तारों में विस्तार की गणना कीजिए।