साबुन के बुलबुले का आकार गोलीय होता है, तो निम्नलिखित में से कौनसा कथन असत्य है
साबुन की झिल्ली में पीछे की ओर अणुओं की दो सतह होती हैं
बुलबुला अपने अन्दर वायु घेर लेता है
बुलबुले के अन्दर दाब, वायुमण्डलीय दाब से कम होता है, यही कारण है कि वायुमण्डलीय दाब द्वारा बुलबुला चारों ओर से दबाया जाता है तथा इससे इसका आकार गोलीय बन जाता है
झिल्ली के प्रत्यास्थता गुण के कारण बुलबुले का घिरा पूरा आयतन सिकुड़ने लगता है ताकि पृष्ठीय क्षेत्र सिकुड़कर इतना छोटा हो जाये जितना कि यह हो सकता है
$5.0$ मिलीमीटर तथा $8.0$ मिलीमीटर व्यास की दो संकीर्ण नलिकाएँ आपस में जोड कर $U-$नलिका की नलिका बनाई जाती है, जिसके दोनों सिरे खुले हैं। यदि $U-$नलिका में पानी हो, तो नलिका के दोनों भुजाओं के तल में क्या अन्तर होगा ? ($mm$ में)
[पानी का पष्ठ तनाव $T =7.3 \times 10^{-2} \,Nm ^{-1}$, स्पर्श कोण $=0, g =10 \,ms ^{-2}$ तथा पानी का घनत्व $=1.0 \times 10^{3} \,kg m ^{-3}$ लीजिये]
केशनली में पानी की वक्र सतह के नीचे दाब होगा
किसी साबुन के बुलबुले के भीतर दाब आधिक्य दूसरे बुलबुले के भीतर दाब आधिक्य का तीन गुना है। तब उनके आयतनों का अनुपात है
पानी की सतह के ठीक नीचे स्थित एक वायु के बुलबुले जिसकी त्रिज्या $0.1\, mm$ है, में दाब आधिक्य होगा
(पानी का पृष्ठीय तनाव $70 \times {10^{ - 3}}N{m^{ - 1}}$ एवं वायुमण्डलीय दाब =$1.013 \times {10^5}N{m^{ - 2}}$)
$T$ पृष्ठ तनाव की एक साबुन की झिल्ली, $R$ त्रिज्या की नली के मुख पर चिपकी है। इस नली से जब $\rho$ घनत्व की हवा फूंकी जाती है तो झिल्ली फैलती है। फैलते हुए जब इसका आकार अर्द्धगोलाकार हो जाता है तो यह बुलबुले के रूप में निकल जाती है। यदि झिल्ली पर $v$ वेग की हवा के द्वारा आरोपित गतिक दाब $\frac{1}{2} \rho v^2$ है तो किस गति से बुलबुला निर्मित हो रहा है?