किसी रबर की गुलेल, जिसकी लम्बाई $0.1 \,m$, अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल $10^{-6} \,m ^{2}$ को $0.04\, m$ खींचकर, $20\, g$ के पत्थर को प्रक्षेपित किया गया है। प्रक्षेपित किए गए पत्थर का वेग $.......\,m / s$ होगा। (रबर का यंग गुणांक $=0.5 \times 10^{9} \,N / m ^{2}$ )
$10$
$15$
$25$
$20$
यदि किसी तार का बल नियतांक $K$ हो तो इसकी लम्बाई में $l$ की वृद्धि करने में किया गया कार्य है
$1$ मिलीमीटर${^2}$ अनुप्रस्थ काट वाले तार की लम्बाई में $1\%$ की वृद्धि करने के लिए इकाई आयतन पर किया गया कार्य होगा $[Y = 9 \times {10^{11}}N/{m^2}]$
एक तार एक सिरे से ऊध्र्वाधर लटकाया जाता है तथा इसके दूसरे सिरे पर $20N$ का भार लटकाया जाता है। यदि भार तार को $1.0$ मिमी खींचता है, तार में ऊर्जा वृद्धि तथा जब भार $1.0$ मिमी नीचे आता है, गुरुत्वीय स्थितिज ऊर्जा में कमी का अनुपात होगा
निम्नलिखित में से प्रत्यास्थ स्थितिज ऊर्जा घनत्व के लिए सही सम्बन्ध है
यदि स्प्रिंग को खींचने पर उसकी लम्बाई में वृद्धि $x$ हो तब उसमें संचित ऊर्जा होगी (यदि $T$ स्प्रिंग में तनाव तथा $k$ स्प्रिंगका स्प्रिंग नियतांक है)